Land Mutation: दाखिल-खारिज में चल रहा बड़ा 'खेल', अब एक्शन के मूड में नीतीश सरकार; DM को लिखा लेटर
दाखिल-खारिज में चल रहे बड़े खेल पर नीतीश सरकार ने एक्शन लिया है। निगरानी विभाग ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। कई मामलों में रिजेक्ट हुए म्यूटेशन केस को नए अंचलाधिकारी द्वारा पास कर दिया गया है। सबौर अंचल में बच्चू पाल के केस में भी ऐसा ही हुआ है। इस मामले की शिकायत ईशान कुमार मंडल ने निगरानी विभाग से की थी।
कई बार रिजेक्ट हुआ केस, अंचलाधिकारी के बदलते ही मिली हरी झंडी
एडीएम ने मांगा साक्ष्य
सबौर के अंचलाधिकारी ने क्या कहा?
इस मामले में सबौर के अंचलाधिकारी सौरभ कुमार का कहना है कि डीसीएलआर व हाई कोर्ट के एमजेसी के निर्णय के आलोक में रिजेक्ट म्यूटेशन को पास किया गया है। इसमें कहा गया था कि अंचलाधिकारी अपने विवेक से निर्णय लें। इसके बाद जीपी से परामर्श लिया गया। दोनों पक्षों को बुलाकर सुनवाई की गई। इसके बाद म्यूटेशन पास किया गया।
उन्होंने बताया कि दो पक्षों में जमीन को लेकर विवाद था। एडीएम ने मामले की सुनवाई के बाद आदेश दिया था कि जमीन की पूर्ववत स्थिति में रहे। सारी स्थिति को देखने के बाद म्यूटेशन किया गया है। कुछ दलाल किस्म के लोग फर्जी म्यूटेशन कराने में सफल नहीं हो रहे हैं तो इस तरह का आरोप लगा रहे हैं।
दाखिल-खारिज में चल रहा बड़ा खेल
जगदीशपुर अंचल में म्यूटेशन के एक मामले में दो बार केस रिजेक्ट करने के बाद तीसरी बार उसे पास कर दिया। केस नंबर 1291/2023-2024, खाता नंबर 103, प्लाट नंबर 607, मीरा देवी के आवेदन को 25 अप्रैल 2023 को रिजेक्ट कर दिया गया।
इसके बाद केस नंबर 9289/2023-2024, खाता नंबर 103, प्लाट नंबर 607, मीरा देवी के आवेदन को चार नवंबर 2023 को रिजेक्ट कर दिया गया। केस नंबर 731/2024-2025, खाता नंबर 103, प्लाट नंबर 607, मीरा देवी के आवेदन को दो मई 2024 स्वीकृत कर दिया गया। यह तो एक बानगी है।
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