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    IMA के इस अभियान से गांव-गांव तक पहुंचेगी स्वास्थ्य सुविधा, GST में कटौती से मिलेगा सहारा

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 12:30 PM (IST)

    प्रधानमंत्री ने जीवन रक्षक दवाओं पर जीएसटी कम करने की घोषणा की जो आईएमए के प्रयासों से संभव हुआ। कैंसर रोधी दवाओं पर भी जीएसटी कम किया गया है। डॉ. भानुशाली ने एचपीवी वैक्सीनेशन में आईएमए के सहयोग की बात कही और डॉक्टरों के लिए लाइफ स्पोर्ट प्रशिक्षण पर जोर दिया।

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    गांवों तक पहुंचेगी आधुनिक चिकित्सा व्यवथा। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। प्रधानमंत्री ने अपने राष्ट्र के नाम संदेश में जीवन रक्षक दवाओं पर जीएसटी कम करने की घोषणा की। यह उपलब्धि भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) के प्रयासों का परिणाम है।

    हाल ही में, संगठन के प्रतिनिधियों ने जीएसटी चेयरमैन से मुलाकात कर जीवन रक्षक दवाओं पर जीएसटी घटाने का आग्रह किया था, जो अब सफल हुआ है। कैंसर रोधी दवाओं सहित अन्य दवाओं पर जीएसटी में कमी की गई है।

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    यह जानकारी आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दिलीप भानुशाली ने रविवार को एक सेमिनार में दी, जिसमें वे मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।

    डॉ. भानुशाली ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीनेशन में आईएमए का सहयोग महत्वपूर्ण है। इसके लिए संगठन ने फोक्सी संगठन से बातचीत की है, और हमारे 50,000 डॉक्टर इस वैक्सीन के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

    उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत यह प्रशिक्षण मुफ्त में दिया जाए। इसके अलावा, उन्होंने लाइफ स्पोर्ट प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसमें सभी डॉक्टरों को अपने क्लिनिक में मरीजों को प्रशिक्षण देने के लिए आगे आना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि आईएमए के सदस्य पुलिस, चालक और छात्रों को भी इस प्रशिक्षण में शामिल करें, ताकि अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके। 'आओ गांव चलें' योजना के तहत सभी शाखाएं स्लम क्षेत्रों में बसे गांवों को गोद लेंगी, जहां स्वास्थ्य शिविर और जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।

    डॉ. भानुशाली ने मिक्सोपैथी के मुद्दे पर भी चर्चा की और एनएमसी के चेयरमैन से बातचीत की, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि एलोपैथ में आयुर्वेद और होमियोपैथ को नहीं मिलाया जाना चाहिए।

    यदि इनका विकास करना है, तो इसके लिए अलग से अनुसंधान किया जाना चाहिए। उन्होंने डॉक्टरों के साथ हो रही हिंसा के खिलाफ बनाए गए नियमों का भी उल्लेख किया, जिसमें सजा और अर्थ दंड का प्रावधान है। देश के 23 राज्यों ने इस नियम को लागू कर दिया है।

    सेमिनार में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. सतीश कुमार ने कहा कि मोतियाबिंद सर्जरी की तरह सभी सर्जरी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि आज आंखों की सर्जरी में लेजर फेको तकनीक बेहद प्रभावी है।

    इस सेमिनार में पीजी छात्राओं के बीच क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डा. शहर नाज, डॉ. मनोज यादव और डा. सैफुर रहमान ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया।

    कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दिलीप भानुशाली, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सहजानंद प्रसाद सिंह, महासचिव डॉ. सरवरी दत्ता और अन्य चिकित्सकों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

    डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि महिलाओं के रोगों और उनके जीवन स्तर पर रिसर्च हो रहा है, लेकिन लिंग आधारित पक्षपात अभी भी जारी है। आईएमए एचपीवी वैक्सीनेशन के लिए कार्य कर रहा है, और अब तक 147 चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया है।

    IMA बिहार के अध्यक्ष डॉ. शोक यादव ने कहा कि शांति के लिए हमें अपनी मानसिकता बदलनी होगी। राष्ट्रीय आईएमए सचिव सरवरी दत्ता ने संगठन की मजबूती पर जोर दिया और कहा कि सभी को एकजुट होकर अपने अधिकारों की बात करनी चाहिए। भागलपुर की धरती कोलकाता के लोगों के दिल में बसी हुई है, और यह हमेशा हमारे साहित्य में जीवित रहेगा।

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