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    दुमका-भागलपुर रूट को लेकर आ गया नया अपडेट, रेलवे विभाग लेने जा रहा अहम फैसला; 15 दिनों के अंदर मिलेगी खुशखबरी!

    Updated: Sun, 02 Feb 2025 03:46 PM (IST)

    दुमका-भागलपुर रेलखंड के दोहरीकरण की परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है। इस 117 किलोमीटर लंबे रेलमार्ग के दोहरीकरण से ट्रेनों की गति बढ़ेगी और यात्रियों का समय बचेगा। रेलवे ने सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। बजट में रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए पर्याप्त प्रावधान किया गया है जिससे इस परियोजना को गति मिलने की उम्मीद है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। रामपुरहाट और दुमका के बीच रेल दोहरीकरण का काम लगभग पूरा हो चुका है। भागलपुर और दुमका के बीच 117 किलोमीटर रेल दोहरीकरण की कवायद तेज कर दी गई है।

    भू-अर्जन की कार्रवाई चल रही है। दुमका-भागलपुर रेलखंड के दोहरीकरण की फिजिबिलिटी व सर्वे रिपोर्ट पूर्व रेलवे के मुख्यालय भेजी जा चुकी है।

    रेलवे ने कराया था सर्वे

    रूट का दोहरीकरण करने के लिए रेलवे ने सर्वे कराया था। इसी रूट पर जगदीशपुर और टेकानी के बीच 50-60 एकड़ में फैले रेलवे की जमीन पर न्यू भागलपुर स्टेशन की भी आधारशिला रखी जानी है।

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    रेलवे बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू कराया जाएगा। आम बजट में सरकार ने रेलवे के ढांचे को अधिक विकसित कराने के लिए बजट दिया है।

    15 दिनों में मिलेगी खुशखबरी

    • इसमें रेलवे लाइन के दोहरीकरण के लिए 32 हजार करोड़ रुओए दिए गए हैं। पंद्रह दिनों के भीतर पूर्व रेलवे को दोहरीकरण के लिए कितने का बजट अलॉट हुआ है ये तय हो जाएगा।
    • पूर्व रेलवे की ओर से बोर्ड को प्रस्ताव भेजा गया था। जिसमें दुमका-भागलपुर रेलखंड दोहरीकरण की बात थी। फील्ड लेवल सर्वे कराने के बाद फिजिबिलिटी रिपोर्ट पूर्व रेलवे के मुख्यालय को भेज दी गई है।
    • ट्रैक को दोहरीकरण करने ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी। इससे यात्रियों के समय की भी बचत होगी। सबौर से गोनूधाम तक रेल बायपास बनाने की योजना में बदलाव किया गया है।
    • अब इसे भागलपुर-दुमका रेलखंड के दोहरीकरण योजना के साथ मिला लिया गया है। ट्रैक के डबल होने से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों का संचालन हो सकेगा।
    • नए ट्रैक को उसी हिसाब से डिजाइन भी किया जाएगा। ट्रैक के डबल होने से एक ट्रेन को निकालने के लिए दूसरी को किसी स्टेशन पर रोकना नहीं पड़ेगा।

    दोहरीकरण होने से ट्रेनों का दबाव बढ़ेगा

    रेलखंड के दोहरीकरण होने से ट्रेनों का दबाव बढ़ेगा। नई ट्रेनें भी इस रूट पर शामिल की जाएंगी। कुरमाहाट, गोनूधाम, पंजवारा सहित गंगवारा को ब्लाक हट (आइबीएस) इंटरमीडिएट ब्लाक स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा।

    इसके बाद इन चारों जगह रेल कर्मचारी की नियुक्ति की जाएगी। जो रेल संचालन में फ्लैगिंग का काम करेगा। अभी ये चारों जगह पर सिर्फ ट्रेनों का ठहराव होता है।

    जहां ट्रेनें सिर्फ एक हॉल्ट के रूप में ही रोकी जाती हैं। चारों इंटरमीडिएट ब्लाक स्टेशन जगह के लिए प्रस्ताव मुख्यालय को दिया गया है।

    अभी 14 ट्रेनों का संचालन

    दुमका रेलखंड में अभी 14 ट्रेनों का संचालन किया जाता है। जिसमें वंदेभारत एक्सप्रेस सहित देवघर-अगरतला साप्ताहिक, गोड्डा-राजेंद्रनगर साप्ताहिक, बांका-राजेंद्रनगर, गोड्डा-रांची एक्सप्रेस, गोड्डा-टाटा एक्सप्रेस, कविगुरु एक्सप्रेस, गोड्डा-नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस सहित सात डेमू पैसेंजर शामिल हैं।

    मालदा डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता के अनुसार इस ट्रैक का दोहरीकरण किया जाना जरूरी है। बजट में किस तरह का प्रावधान किया जाएगा ये अगले कुछ दिनों में तय होगा। लेकिन केंद्र सरकार ने रेलवे के इंफ्रा को बदलने व उन्नत करने के लिए अहम कदम भी उठाए हैं।

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