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    बिहार के 25 हजार स्कूल होंगे डिजिटल, बनाए जाएंगे दो-दो स्मार्ट क्लासरूम

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 08:47 AM (IST)

    बिहार सरकार ने 25000 मध्य विद्यालयों में 50000 स्मार्ट क्लासरूम बनाने का निर्णय लिया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने टेंडर जारी कर दिया है और अक्टूबर से काम शुरू होगा। भागलपुर जिले के 200 से अधिक स्कूलों को इसका लाभ मिलेगा जिससे छात्रों को डिजिटल शिक्षा मिलेगी। स्मार्ट क्लासरूम में डिजिटल टीवी और कंप्यूटर सिस्टम जैसे उपकरण होंगे जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।

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    प्रदेश के 25 हजार मध्य विद्यालय होंगे डिजिटल। फाइल फोटो

    अभिषेक प्रकाश, भागलपुर। बिहार सरकार ने राज्य के 25,000 मध्य विद्यालयों में दो-दो स्मार्ट क्लासरूम स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत कुल 50,000 स्मार्ट क्लासरूम बनाए जाएंगे।

    बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने इस संबंध में टेंडर जारी कर दिया है, और टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद अक्टूबर महीने से स्मार्ट क्लासरूम बनाने का कार्य शुरू होगा।

    सूत्रों के अनुसार, जिले के 200 से अधिक मध्य विद्यालयों को इस योजना का लाभ मिलेगा, जिससे छात्रों को डिजिटल शिक्षा प्राप्त होगी। प्रत्येक स्मार्ट क्लासरूम में दो डिजिटल टीवी और कंप्यूटर सिस्टम उपलब्ध कराया जाएगा, साथ ही अन्य आवश्यक उपकरण भी प्रदान किए जाएंगे।

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    एजेंसी को तीन साल के लिए अतिरिक्त वारंटी और दो साल के लिए मानक वारंटी प्रदान करनी होगी। स्मार्ट क्लासरूम के निर्माण से छात्रों की पढ़ाई में सुधार होगा।

    शिक्षा की गुणवत्ता में होगा सुधार

    डिजिटल उपकरणों के माध्यम से शिक्षकों को बेहतर तरीके से पढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे छात्रों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी और वे तकनीक से जुड़ेंगे। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और समय की बचत भी होगी।

    हाल ही में प्रधानाध्यापकों से ई-शिक्षाकोष के तहत स्कूलों से संबंधित आवश्यकताओं की जानकारी मांगी गई थी। इसमें कक्षा 6 से 8 के 569 और कक्षा 9 से 12 के 166 स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस की आवश्यकता बताई गई थी।

    हालांकि, वर्तमान में जिले के 285 हाई स्कूलों में उन्नयन स्मार्ट क्लासेस हैं, लेकिन 96 मध्य विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस की सुविधा उपलब्ध है। जिला शिक्षा विभाग के अनुसार, लगभग 60% स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस का उपयोग नहीं हो रहा है।

    कुछ स्कूलों में शिक्षकों द्वारा स्मार्ट क्लासेस का सही उपयोग किया जा रहा है। इसलिए, जिला शिक्षा विभाग को स्मार्ट क्लासेस की बेहतर निगरानी के लिए एक टीम गठित करनी चाहिए, ताकि इनका उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।

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