Bhagalpur News: भागलपुर की बदलेगी सूरत, 4 जोन में बंटेगा शहर; नोएडा की कंपनी कर रही सर्वे
भागलपुर के विकास की रूपरेखा तैयार हो रही है। शहर को चार जोन में बांटा जाएगा और नोएडा की एक कंपनी सर्वे कर रही है। 20 साल के मास्टर प्लान के आधार पर शहर का 220 वर्ग किलोमीटर विस्तार होगा। सर्वे के बाद ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा और जनता से सुझाव मांगे जाएंगे। इसके बाद शहर को नया रंग रूप दिया जाएगा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। रेशमी शहर (भागलपुर) के विकास की रूपरेखा अप्रैल तक खिंच जाएगी। सर्वे कार्य पूर्ण होने के बाद ड्राफ्ट के जरिए बताया जाएगा कि कौन-सा हिस्सा आवासीय होगा और कौन-सा औद्योगिक। किस इलाके को ग्रीन जोन बनाया जाएगा। इसके लिए 40 बिंदुओं के आधार पर आयोजना क्षेत्र व निगम क्षेत्र का आकलन किया जा रहा है।
20 साल के मास्टर प्लान के आधार पर शहर का 220 वर्ग किलोमीटर विस्तार होगा। इसके लिए नोएडा की एजेंसी मेसर्स एक्सल जियोमेटिक्स को सर्वे का काम सौंपा गया है।
बताया गया कि क्षेत्र को चार जोन में बांटा जाएगा। बाद में उन जोनों का विभाजन सेक्टर में होगा। रिपोर्ट सार्वनजिक किए जाने के बाद एक माह तक जनता से सुझाव व आपत्ति मांगी जाएगी। उसके बाद शहर को नया रंग रूप देने का कार्य शुरू हो जाएगा।
2022 से चल रहा सर्वे का काम
बताया गया कि 2022 से ही सात चरणों में सर्वे का काम जारी है। अप्रैल में कार्य पूरा होने के बाद रिपोर्ट सौप दी जाएगी। इसे लेकर एजेंसी के साथ नगर आयुक्त लगातार समीक्षा कर रही हैं। एजेंसी से अपडेट मांगा जा रहा है।
नगर विकास एवं आवास विभाग ने भी अप्रैल तक भागलपुर का सर्वे पूरा करने का लक्ष्य दिया है। शहर विस्तारित क्षेत्र को जोन में बांटने की तैयारी है। इसके बाद इसे कई सेक्टरों में विभाजित कर नाम दिया जाएगा।
मिलती रहेंगी पहले वाली सभी सुविधाएं
विस्तार के बाद शहरी क्षेत्र में शामिल गांव के लोगों को पहले वाली सभी सुविधाएं मिलती रहेंगी। 262 राजस्व गांव का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र के अंतर्गत तीन शहरी प्रशासनिक इकाई व जगदीशपुर, सबौर, नाथनगर, गोराडीह अंचल से संबंधित राजस्व ग्राम इसमें शामिल किए गए हैं।
सात चरणों में सर्वे का चल रहा कार्य
पहला चरण: वर्ष 2023 में पहले चरण के सर्वे में एसेप्शन रिपोर्ट किया गया था। जिसमें निर्धारित किया गया कि भागलपुर आयोजना क्षेत्र की कार्ययोजना तैयार की गई। किस उद्देश्य से सर्वे कराया जा रहा हैं। भागलपुर का परिचय और विशेषताओं पर कार्य कराया गया।
दूसरा चरण: सैटेलाइट बेस मैप तैयार करने का कार्य पूरा हो गया है। जिसमें 40 बिंदुओं पर सर्वे किया गया है। इसके आधार पर आयोजना क्षेत्र व निगम क्षेत्र का आंकलन किया गया कि नाला, सड़क, ड्रेनेज, सीवरेज, सीवर लाइन, रोशनी, पेयजल आदि की वर्तमान स्थिति शामिल हैं। इसके साथ रिपोर्ट में आगामी दो दशक में बढ़ती आबादी के अनुसार सुविधा का आंकलन हुआ। साथ ही कहां-कहां और किन इलाके में सड़क व नाला की आश्वयकता हैं।
तीसरा चरण: बेस लाइन डाटा तैयार करने के लिए सर्वे किया गया। आयोजना क्षेत्र में कहां-कहां खाली प्लाट है। कहां आवासीय कालोनी हैं। भविष्य में अगर आवासीय कालोनी, औद्योगिक क्षेत्र, पार्क और ग्रीन जोन विकसित किया जाएगा तो इसके लिए भी सर्वे में जमीन चिन्हित किया जाएगा। जिससे व्यवस्थित तरीके से शहर को बसाया जा सके।
चौथा चरण: सर्वे रिपोर्ट पर जिला प्रशासन व नगर आयुक्त समेत अधिकारी मंथन करेंगे। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर क्या-क्या परेशानी होगी। इसका आंकलन जिलास्तरीय वरीय पदाधिकारी की टीम कर रही हैं। जिससे भविष्य में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न नहीं हो। इसका समाधान रिपोर्ट सरकार को भेजने से पहले कर दी जाएगी।
पांचवां चरण: इस चरण में मास्टर प्लान का ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा। इस ड्राफ्ट को जनता के बीच सार्वजनिक किया जाना हैं। ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो।इसमें जनता से सुझाव भी मांगा जाएगा।
छठा चरण: इसमें क्या-क्या बदलाव होगा उसपर जनता अपना सुझाव देगी। इसके आधार पर संशोधन किया जाएगा। इसके लिए जनता को एक माह का समय मिलेगा। संभावना है कि मई में यह प्रक्रिया शुरू होगी। इस प्रक्रिया के बाद मास्टर प्लान फाइनल स्टेज के लिए प्रस्तावित किया जाएगा।
सातवां चरण: मास्टर प्लान में शामिल क्षेत्र को जोन के रूप में बांटा जाना हैं। साथ ही सेक्टर के नाम भी तय किए जाएंगे। इसमें यह तय होगा कि सड़क कितनी चौड़ी बनेगी, नाला कहां और कितना बनना हैं। कालोनी किस इलाके में बनाने के लिए उपयुक्त हैं। आवासीय कॉलोनी व मल्टीलेवल भवन कहां बनाए जाएंगे। जिसमें सुधार के बाद राज्य कैबिनेट को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
प्लानिंग क्षेत्र में बढ़ेगी सुविधा
भागलपुर प्लानिंग एरिया का मास्टर प्लान तैयार कर नगर आवास एवं विकास विभाग को सौंपेगी। मास्टर प्लान तैयार करने को लेकर कंपनी द्वारा 21 विभागों से आंकड़े मांगे हैं। इन विभागों से क्या कार्य कराए जा रहे हैं। कौन से कार्य प्रस्तावित हैं। एजेंसी इस आंकड़ा को रिपोर्ट में शामिल करेगी। मास्टर प्लान विकास होगा।
आंकड़ा के अनुरूप जमीनी स्तर पर सर्वे कराया जा रहा हैं। इन क्षेत्रों में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, बस स्टैंड जैसी सुविधाएं शहर की तरह उपलब्ध होगी। शहरी विस्तार क्षेत्र में शामिल गांवों का व्यवस्थित विकास होगा। व्यवस्थित कालोनियां बसेंगी। सड़क, नाले और पार्क का निर्माण होगा। रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। पानी की व्यवस्था होगी।
शहरी क्षेत्र की चौहद्दी:
सबौर सीडी ब्लाक का बागडेर, दिलमुहम्मदपुर, सैदपुर, राजपुर, बाबूपुर, तालबडेल, तालइस्लाम, ताल मोबारक, ताल सहादत, रसूलपुर, दादपुर, श्रीपुर, गोहरियों, हरिपुर, बीथी राजस्व ग्राम से गोराडीह सीडी ब्लाक के विशनपुर जिच्छो, सिंहपुर राजस्व ग्राम होते हुए जगदीशपुर सीडी ब्लॉक के फतमाचक, मकससपुर, सन्हौली, नरायणपुर कोला तक।
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