Bhagalpur News: दो दर्जन गांवों को पुल की सौगात, 60 हजार लोगों को लाभ; 70 साल बाद आसान होगा सफर
भागलपुर के शंकरपुर और अजमेरीपुर बैरिया पंचायत के दो दर्जन से अधिक गांवों के लिए खुशखबरी है। जल्द ही इन गांवों को पुल की सौगात मिलने वाली है। पुल बनने से 60 हजार से अधिक लोगों का सफर आसान हो जाएगा। 70 साल बाद इन गांवों के लोगों को जमुनिया नाले पर जान जोखिम में डालकर चचरी पुल या नाव का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। आजादी के 70 साल बाद शंकरपुर और अजमेरीपुर बैरिया पंचायत के दो दर्जन से अधिक गांव जिला मुख्यालय से सीधे जुड़ जाएंगे। इन गांवों के 75 हजार से अधिक लोगों के सुगम आवागमन का सपना जल्द पूरा होने वाला है। उसके बन जाने पर उन्हें जान जोखिम में डालकर जमुनिया नाले पर चचरी पुल या नाव का सहारा लेकर जोखिमपूर्ण यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।
यह नया पुल किलाघाट के पास जमुनिया नाला पर बनाने का निर्णय लिया गया है। पुल का निर्माण मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना से होगा और वह राज्य सरकार की राशि से बनेगा। इस प्रोजेक्ट को मंजूरी भी मिल गई है।
पुल का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर ठेकेदार के माध्यम से कराएगा। इस दिशा में विभाग की ओर से पहल तेज कर दी गई है। प्रोजेक्ट डिटेल रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने वाली कंसल्टेंट एजेंसी का चयन कर लिया गया है।
टीम ने शुरू की मिट्टी की जांच
भागलपुर पहुंची ओडिशा की सीओमा कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड की टीम ने विभाग के जूनियर इंजीनियर मिहिर कुमार के नेतृत्व में मिट्टी जांच शुरू कर दी है। मिट्टी का सेंपल लिया जा रहा है। उसकी जांच ओडिशा की लेबोरेटरी में कराई जाएगी। पुल सहित 96.84 किलोमीटर गांवों में सड़क बननी है। इस पर 20 करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है।
बता दें कि इस संबंध में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को जमुनिया नाला पर शंकरपुर पंचायत के दारापुर गांव को जोड़ने वाले पुल निर्माण के संबंध में प्रशासनिक स्वीकृति के लिए पत्र लिखा था।
प्रबंध निदेशक ने कहा था कि इस पुल के निर्माण कार्य का पूर्व में भी प्राक्कलन भेजा गया था। करीब नौ साल पहले 08 अप्रैल 2015 को भेजे गए प्राक्कलन को स्वीकृति नहीं मिल सकी थी। इस पुल के निर्माण के लिए तकनीकी स्वीकृति मिलने पर फिर अद्यतन दर पर तैयार प्राक्कलन प्रशासनिक स्वीकृति के लिए समर्पित किया गया था।
शंकरपुर व अजमेरीपुर बैरिया पंचायत के गांवों को मिलेगा लाभ
जानकारी के अनुसार जमुनिया नाले पर पुल का निर्माण होने के साथ ही ग्रामीण सड़क भी बनाई जाएगी। इस योजना के पूरी होने से शंकरपुर और अजमेरीपुर बैरिया पंचायत के दो दर्जन से अधिक गांवों आपस में जुड़ जाएंगे। वर्तमान समय में इन गांवों में कच्ची सड़कें हैं। 700 मीटर दूर जिला मुख्यालय आने और जाने के लिए वहां के हजारों लोगों को जान जोखिम में डालकर चचरी पुल और नावों से आवागमन करना पड़ता है। लेकिन पुल और सड़क बनने से
शंकरपुर, दारापुर, बिंद टोली, सहूनिया, बंडाल, मोहनपुर दियारा, रसीदपुर, अजमेरिपुर सहित दो पंचायत के लोगों को सुविधा होगी।
वर्तमान में गांव से जिला मुख्यालय आने के लिए ग्रामीण विश्वविद्यालय के रविंद्र भवन के पीछे, गोलाघाट व सकीचन घाट पर आपस में चंदा कर चचरी पुल बनाते हैं। बाढ़ में पुल ध्वस्त होने से आवागमन की गंभीर समस्या खड़ी हो जाती है। लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ता है। पुल बनने से अब इस मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
बरसात से पहले पुल व सड़क निर्माण कार्य शुरू करने की योजना
- ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार मार्च-अप्रैल में डीपीआर तैयार हो जाएगा। इसके बाद ठेका एजेंसी के चयन के लिए निविदा की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
- बरसात से पहले पुल और सड़क निर्माण कार्य शुरू करने की योजना के तहत पहल की जा रही है।
- ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर के कार्यपालक अभियंता प्रताप पासवान ने कहा कि किलाघाट के पास जमुनिया नाला ही पुल का निर्माण होने साथ सड़क भी बनेगी।
- डीपीआर बनाने वाली कंसल्टेंट एजेंसी सर्वे कर रही है। मिट्टी जांच के लिए सेंपल भी लिया गया है। डीपीआर बनने के बाद ठेका एजेंसी के चयन के लिए टेंडर किया जाएगा।
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