नए भागलपुर टर्मिनल स्टेशन के लिए ड्रोन सर्वे शुरू हो गया है। सर्वे में रेलवे की जमीन की जांच की जा रही है। जगदीशपुर हॉल्ट पर सात सदस्यीय टीम जगह का निरीक्षण कर रही है। मिट्टी और पानी की जांच की रिपोर्ट बनाई जा रही है। न्यू भागलपुर स्टेशन का टर्मिनल के प्रोजेक्ट डिटेल रिपोर्ट (डीपीआर) में तेजी आई है। नोएडा की एजेंसी ने ड्रोन सर्वे कराया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। न्यू भागलपुर टर्मिनल स्टेशन के लिए ड्रोन सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे में रेलवे की जमीन की फिजिबिलिटी देखी जा रही है। भागलपुर-दुमका रेलखंड में भागलपुर जंक्शन से करीब 14 किलोमीटर दूर जगदीशपुर हॉल्ट पर सात सदस्यीय टीम जगह का निरीक्षण कर रही है। मिट्टी और पानी की जांच की रिपोर्ट बनाई जा रही है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
न्यू भागलपुर टर्मिनल स्टेशन की फाइनल लोकेशन सर्वे के तहत एजेंसी सर्वे कर रही है। न्यू भागलपुर स्टेशन का टर्मिनल के प्रोजेक्ट डिटेल रिपोर्ट (डीपीआर) में तेजी आई है। नोएडा की एजेंसी ने ड्रोन सर्वे कराया है। एसेंसी जगदीशपुर हॉल्ट के पास रेलवे की वहां 20 एकड़ से अधिक जमीन है। रेलवे की परती सैकड़ों बीघा जमीन में स्थानीय लोगों द्वारा खेती कर रहे हैं। उस जमीन पर सर्वे किया जा रहा है।
ब्लॉक हट के रूप में विकसित होंगे स्टेशन
भागलपुर-हंसडीहा मुख्य सड़क से करीब 700 मीटर की दूरी पर स्थित जगदीशपुर हॉल्ट पहुंचने के लिए अभी रास्ता भी नहीं है। यात्री कच्चे रास्ते से होकर आते-जाते हैं। टर्मिनल के साथ ही पास के स्टेशनों को ब्लॉक हट के रूप में विकसित किया जाएगा। पूर्व रेलवे के कोलकाता स्थित जोन मुख्यालय में इसकी फाइल भेजी गई है।
![]()
कैसा होगा न्यू भागलपुर स्टेशन?
नया भागलपुर स्टेशन टर्मिनल पर दो आइलैंड प्लेटफॉर्म, एक यात्री प्लेटफॉर्म के लिए डीपीआर बनाई जा रही है। 06 रिसेप्शन सह डिस्पैच लाइन बनाई जानी है। नए टर्मिनल स्टेशन पर चार लूप लाइन होंगी। 600 मीटर लंबी दो नई स्टेबलिंग लाइन, ऑटोमैटिक कोच वॉशिंग फैसिलिटी, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के काम कराए जाएंगे।
सारे कामों के लिए हाइड्रोग्राफी व सायल टेस्ट कराया जा रहा है। ड्रोन सर्वे भी किया गया है। मालदा मंडल ने चार हॉल्ट को ब्लॉक हट का भी सर्वे कराया है। जिसे पूर्व रेलवे के हेड क्वार्टर को भेजा गया है। कुरमाहाट, गोनूधाम, पंजवारा, गंगवारा को हॉल्ट की जगह ब्लॉक हट बनाया जाएगा। इन ब्लॉक हट को (आइबीएस) इंटरमीडिएट ब्लॉक स्टेशन बनाया जाएगा। चारों जगह रेल कर्मचारी की नियुक्ति की जाएगी।
स्टेशन बनने पर क्या सुविधा मिलेगी?
वर्तमान में स्थानीय लोगों के अनुसार, जगदीशपुर हॉल्ट में दिनभर में चार ट्रेनें ही रुकती हैं। स्टेशन के रूप में विकसित होने पर ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी। एक्सप्रेस ट्रेनें भी रुकेगी। इससे आवागमन की सुविधा बढ़ेगी। दूसरी ओर, भागलपुर से दुमका तक 117 किलोमीटर रेल दोहरीकरण भी होना है। जहां-जहां जमीन कम है उन जगहों में दोहरीकरण के लिए भू-अर्जन की कार्रवाई में तेजी आई है।
जल्द ही दोहरीकरण का कार्य शुरू करने की दिशा में रेलवे ने पहल तेज कर दिया है। दोहरीकरण होने के बाद इस रेलखंड में ट्रेनों का संचालन सुगम हो जाएगा। मालदा मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) मनीष कुमार गुप्ता ने बताया कि चारों जगह के लिए प्रस्ताव मुख्यालय को दिया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।