NIA Raid in Bihar: भागलपुर में NIA की ताबड़तोड़ छापामारी, नजरे सद्दाम का घर खंगाला; आतंकी कनेक्शन की आशंका
Bhagalpur News भागलपुर में एनआईए की टीम ने बुधवार को भीखनपुर निवासी नजरे सद्दाम के घर पर छापामारी की। यह छापामारी देश विरोधी ताकतों से तार जुड़े होने के आरोप में की गई है। छापामारी में जाली नोटों के काले कारोबार से जुड़े दस्तावेज और विस्फोटकों से जुड़ी जानकारियां मिली हैं। एनआईए की टीम को पाकिस्तानी एजेंटों से तार जुड़े होने के साक्ष्य मिले हैं।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur News: भागलपुर में एनआईए की टीम की छापामारी से हड़कंप मच गया है। भागलपुर के भीखनपुर निवासी नजरे सद्दाम का देश विरोधी ताकतों से तार जुड़े होने पर एनआईए की टीम ने यह छापामारी की है।
बुधवार को दिल्ली-पटना से पहुंची एनआईए की टीम ने इशाकचक थानाक्षेत्र के भीखनपुर स्थित घर पर छापेमारी की। बड़ी मस्जिद लेन स्थित घर पर नजर सफ़दम के पिता मुहम्मद मसिउज्जमा समेत परिवार के अन्य सदस्य मौजूद मिले जिन्हें टीम के पदाधिकारियों ने अलग-अलग पूछताछ की है।
पूछताछ और तलाशी के क्रम में जाली नोटों के काले कारोबार से जुड़े कुछ दस्तावेज समेत विस्फोटकों से जुड़ी जानकारियां टीम को हाथ लगी है।
एनआईए की टीम को जाली नोटों से जुड़े पाकिस्तानी एजेंटों और कश्मीर में सक्रिय देशविरोधी संगठनों से तार जुड़े होने के कुछ अहम साक्ष्य मिलें हैं जिसके बाद छापामारी की गई है। एनआईए के पदाधिकारियों ने फिलहाल कुछ बताने से इनकार किया है।

एनआईए की टीम के साथ पुलिस की टीम
5 सितंबर 2024 को नजरे सद्दाम को गिरफ्तार किया गया था
5 सितंबर 2024 को मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा की निगरानी में जाली नोट के साथ मोतिहारी पुलिस ने नजरे सद्दाम समेत तीन तस्करों को पकड़ा था।
उनके पास से पांच सौ रुपये नोट की शक्ल में तीन सौ जाली नोट बरामद किए गए थे। तस्करों के पास से तब एक लाख 95 हजार जाली रुपये मिले थे। नजरे सद्दाम की जानकारी पर कश्मीर के अनंतनाग में मुहम्मद सरफराज की गिरफ्तारी हुई थी जिसके आतंकियों से जुड़े होने के साक्ष्य मिले हैं।

सितंबर में नजरे सद्दाम समेत तीन तस्करों की हुई थी गिरफ्तारी
नजरे सद्दाम के अलावा भोजपुर और पटना के तस्कर गिरफ्तार किए गए थे। शिक्षक पुत्र नजरे सद्दाम सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी है। नजरे सद्दाम गिरफ्तारी पूर्व 2024 में ही मार्च और जून में भी बॉर्डर से दिल्ली होते हुए कश्मीर पहुंच कर जाली नोट की सप्लाई कर चुका था। उस वक्त भी टीम उसके पीछे लगी थी।

नजरे सद्दाम पर आतंकी कनेक्शन की आशंका
नजरे को नेपाल के भोरे गांव में पाकिस्तानी एजेंट से हुआ करती थी मुलाकात
जाली नोट का कनेक्शन नेपाल के भोरे गांव से जुड़ा है। नजरे सद्दाम से भोरे गांव में ही वहां के दो स्थानीय तस्करों के सहयोग से पाकिस्तानी एजेंटों से मुलाक़ात कराई गई थी। नजरे उन्हीं पाकिस्तानी एजेंटों के सहयोग से जाली नोट को बॉर्डर पार कराता था। भेलाही के पास नजरे सद्दाम को जाली नोट की खेप मिलती थी।
कश्मीर के अनंतनाग में देशविरोधी हरकतों में शामिल संगठन के नेताओं से भी जुड़ रहे हैं तार
नजरे पाकिस्तानी और नेपाली एजेंट के सहयोग से मिले जाली नोटों को कश्मीर के अनंतनाग ले जाया करता था। उन्हीं के माध्यम से उसका कश्मीर तक जाना होता था। जहां देशविरोधी हरकतों में शामिल संगठनों से जुड़े नेताओं, जरायमपेशेवरों से उंसके नजदीकी तालुक्कात हो गए थे।
नजरे सद्दाम कश्मीर के अनंतनाग में रुपये की डिलीवरी करता था
नजरे नेपाल के भोरे गांव से संतोष सहनी से रुपये लेकर कश्मीर के अनंतनाग के सरफराज को रुपये की डिलीवरी करता था। इसकाम में वह कई दोस्तों को भी शामिल कर रखा था। सरफराज उन रुपयों का कश्मीर की घाटियों में उग्रवादी गतिविधियों में इस्तेमाल करता था।
नजरे सद्दाम का दोस्त वर्क मुमताज से भी पूर्व में एनआईए के पदाधिकारियों ने उग्रवादी गतिविधियों के संचालन को लेकर कई अहम जानकारियां पूछताछ में ले चुके हैं।
मस्जिद के पास खलबली जैसी स्थिति रही
इधर बुधवार की सुबह भीखनपुर बड़ी मस्जिद लेन के समीप छापामारी को लेकर मोहल्ले में खलबली वाली स्थिति थी। लोग घरों की छत पर खड़े हो तरह -तरह की बातें कर रहे थे। भागलपुर एसएसपी हृदय कांत ने इशाकचक थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार को पुलिस टीम के साथ रेड में सहयोग के लिए लगाया था।
जहां एक पुलिस जवानों से भरी बस के अलावा स्थानीय पुलिस की तीन गाड़ियां छापेमारी में लगाई गई थी। स्थानीय स्तर पर पूर्व में छापेमारी को लेकर पथराव आदि की पूर्व की घटना को देखते हुए सख्त सुरक्षा इंतजाम किए गए थे।

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