Bihar News: स्कूल में बच्चों को अब नहीं मिलेगा अंडा, चेंज हुआ मिड डे मील का मेन्यू; जारी हुई नई लिस्ट
Bihar New बिहार सरकार ने स्कूलों के एमडीएम मेन्यू में बदलाव किया है। बर्ड फ्लू के चलते अब बच्चों को अंडा नहीं दिया जाएगा। इसके बदले में उन्हें मौसमी फल सेव और केला दिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में पत्र जारी किया है। बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इस तरह का निर्णय लिया गया है।
संवाद सूत्र, गढ़पुरा (बेगूसराय)। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के द्वारा विद्यालय के एमडीएम मीनू में परिवर्तन किया गया है। इसमें बिहार के कई मुर्गी फार्म में बर्ड फ्लू की बीमारी फैलने की शिकायत मिली है।
इसको लेकर विद्यालय में प्रथम से अष्टम वर्ग तक के लिए चल रहे एमडीएम में शुक्रवार को बच्चों को दिया जाने वाला अंडा अब मना कर दिया गया है। इसके एवज में सभी बच्चों को मौसमी फल, सेव और केला दिया जा सकता है।
पत्र के माध्यम से बच्चों को उबला अंडा देने से मना किया गया
- मालूम हो कि बिहार के कई मुर्गा फार्म में बर्ड फ्लू की बीमारी फैल गई है। जिसको लेकर बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने पत्र जारी किया है। पत्र के माध्यम से बच्चों को उबला अंडा देने से मना किया गया है।
- इस संबंध में बीईओ नागेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग ने इस संबंध में पत्र जारी किया गया है। इसे विद्यालय में लागू किया जाना है। अंडा के बदले में फल का वितरण किया जाएगा।
बर्ड फ्लू की आशंका में पांच कर्मचारियों की कराई गई जांच
पटना के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) पूर्वी के पाल्ट्री फार्म परिसर में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि के बाद इसकी रोकथाम की कवायद सोमवार को भी जारी रही।
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह के निर्देश पर मेडिकल टीम ने पाल्ट्री फार्म में काम करने वाले पांच कर्मचारियों के लिए लेकर जांच के लिए आरएमआरआइ भिजवाए हैं। रिपोर्ट आने के बाद अन्य एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
15 कर्मचारियों ने नमूना देने से किया मना
राजधानी में बर्ड फ्लू संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है। होली में चिकेन की अधिक बिक्री व आमजन के इसकी चपेट में आने की आशंका को देखते हुए आइसीएआर के पाल्ट्री फार्म में काम करने वाले सभी कर्मचारियों की पैथालाजिकल जांच कराने का निर्णय लिया गया।
सोमवार को सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह की देखरेख में गठित स्वास्थ्य टीम आइसीएआर पहुंची। इस क्रम में पांच कर्मचारियों का नमूना लिया गया जबकि 15 अन्य ने नमूना देने से मना कर दिया।
इन नमूनों को जांच के लिए आरएमआरआइ की प्रयोगशाला में भेजा गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि सात दिन में इनकी रिपोर्ट आ जाएगी।
रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन के दिशा-निर्देश पर योजना बनाकर एहतियाती कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाकी 15 कर्मियों में ब्लर्ड फ्लू से संबंधित लक्षण नहीं मिले, इसे देखते हुए उन लोगों ने सैंपल देने से मना कर दिया।
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