Bihar Police: पुलिस महकमा फिर हुआ शर्मसार, बेगूसराय में दारोगा की गंदी करतूत; अब SP ने लिया एक्शन
बेगूसराय से एक चौंकाने वाला मामला सामने आ रहा है। नावकोठी थाना के दारोगा अरविंद शुक्ला को अप्राकृतिक यौनाचार मामले में गिरफ्तार किया गया है। एसपी मनीष ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपित दारोगा को निलंबित किया है। एसपी के निर्देशानुसार बखरी डीएसपी कुंदन कुमार के नेतृत्व में नावकोठी थानाध्यक्ष के द्वारा पीड़ित व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है।

संवाद सूत्र, नावकोठी (बेगूसराय)। रविवार की देर शाम नावकोठी थाना में पदस्थापित पुअनि अरविंद शुक्ला को अप्राकृतिक यौनाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है।
आरोपित दारोगा सह अपर थानाध्यक्ष पर 20 वर्षीय युवक को केस में मदद के बहाने थाना से 200 मीटर दूर स्थित अपने डेरा पर बुलाने और छेड़खानी करते हुए अप्राकृतिक संबंध बनाने का आरोप है। इस संबंध में पीड़ित युवक ने नावकोठी थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी मनीष ने निर्देश पर देर रात ही चिकित्सीय जांच के बाद दारोगा को निलंबित करते हुए गिरफ्तार किया गया है। वहीं, युवक की चिकित्सीय जांच सदर अस्पताल में कराने के बाद न्यायालय में बयान कलमबंद कराया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते गुरुवार को थाना क्षेत्र के एक गांव में दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। इस मामले में नावकोठी पुलिस ने शुक्रवार को एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
मदद करने के बहाने डेरे पर बुलाया
अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले आराेपित के 20 वर्षीय पुत्र को दारोगा अरविंद शुक्ला ने केस में मदद करने की बात कहते हुए फोन कर अपने डेरा पर बुलाया था।
पीड़ित युवक ने बताया कि रविवार की शाम थाना से 200 मीटर दूर स्थित डेरा पर जाते ही दारोगा ने नशे की हालत में अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का दबाव बनाने लगा और जबरन गलत काम किया।
पीड़ित युवक ने अपने स्वजनों को सारी बात बताई, इसके बाद आक्राेशित ग्रामीणों की भीड़ थाना के सामने जमा हो गई। जानकारी मिलते ही एसपी मनीष, एसडीओ सन्नी कुमार सौरव, बखरी डीएसपी कुंदन कुमार, एसडीपीओ कुंदन कुमार नावकोठी थाना पहुंचे और जांच पड़ताल की।
पुलिस कर रही पूछताछ
एसपी के निर्देश पर आरोपित दारोगा को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। वहीं, पीड़ित को बयान के लिए न्यायालय भेजा गया है।
एसपी मनीष ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दारोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की है। गिरफ्तार दारोगा की चिकित्सीय जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।
दारोगा अरविंद शुक्ला के इस शर्मनाक कृत्य की गांव से लेकर शहर तक चर्चा हो रही है, इससे पुलिस की वर्दी एक बार फिर दागदार हुई है। क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
ये है मामला
बीते 23 मार्च को थाना क्षेत्र के एक गांव में भूमि विवाद में मारपीट हुई थी। एक पक्ष द्वारा छत ढलाई का प्रयास और दूसरे पक्ष द्वारा डीसीएलआर कोर्ट में विवाद लंबित रहने को लेकर रोका गया।
एक पक्ष की महिला और दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति ने अलग-अलग प्राथमिकी अंकित कराते हुए छह-छह लोगों को नामजद आरोपित बनाया है।
छह दिन पूर्व एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। आरोपित दारोगा पर इसी मामले में आरोपित के पुत्र को मदद के नाम पर थाना से 200 मीटर दूर स्थित अपने डेरा पर बुलाने और अप्राकृतिक यौनाचार किए जाने का आरोप है।
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