Begusarai News: बेगूसराय में होली के दिन दर्दनाक हादसा, स्कूल के शौचालय टैंक में गिरने से बालक की मौत
बिहार के बेगूसराय जिले में एक दुखद घटना घटी जहां चमथा तीन पंचायत के चिरैंरांटोक गांव में एक 8 वर्षीय बालक की मौत हो गई। विद्यालय के शौचालय टैंक में गिरने से धर्मवीर कुमार की जान चली गई। इस घटना से होली का त्योहार फीका पड़ गया और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया।
संवाद सूत्र, जागरण, बछवाड़ा (बेगूसराय)। थाना क्षेत्र के चमथा तीन पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 13 चिरैंरांटोक में शुक्रवार को विद्यालय के शौचालय के टैंक में गिर जाने से एक 8 वर्षीय बालक की मौत हो गई।
मृतक की पहचान स्थानीय निवासी अजय कुमार के 8 वर्षीय पुत्र धर्मवीर कुमार के रूप में हुई है। घटना के पश्चात संपूर्ण इलाके में रंगों का त्योहार होली फीका पड़ गया।
घटना की सूचना से संपूर्ण इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही के कारण पिछले कई दिनों से शौचालय का टैंक यूं ही खोलकर छोड़ दिया गया है।
इस बात को लेकर पिछले तीन दिन पहले भी बच्चों के घर के लोगों की विद्यालय प्रधान के साथ बहस हुई थी। इधर घटना की सूचना के पश्चात बछवाड़ा थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया।
गया में नवजात बच्चे की मौत के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बवाल
वहीं, दूसरी ओर गया में शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के दौरान बच्चा की मौत के बाद स्वजनों ने हंगामा किया। प्रसूति की तबीयत ठीक है।
घटना के आलोक में बताया गया कि केसापी गांव की रंजन कुमार की पत्नी 12 मार्च को प्रसव हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एंबुलेंस के द्वारा लाया गया। जिसका प्रसव शुक्रवार को हुआ। बच्चे की हालत ठीक नहीं देखते हुए चिकित्सक डॉ. शिव शंकर झा के द्वारा इसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल गया को रेफर कर दिया।
स्वजन बच्चे को लेकर एंबुलेंस के माध्यम से गया पहुंचे, जहां चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद बच्चे को लेकर पुनः स्वजन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डोभी लेकर आ गए।
अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। जिसके बाद चिकित्सक ने स्थानीय डोभी थाना को सूचना दिया। थाना के पुलिस ने पहुंचकर मामला को शांत करवाया।
बच्चे के पिता रंजन कुमार ने बताया कि इस अस्पताल में जब से भर्ती किए हैं तब से सिर्फ आज चिकित्सक ने मरीज को देखा है। अस्पताल में शाम होते ही कोई चिकित्सक नहीं रहते है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी फोन तक नहीं उठाते हैं। भगवान भरोसे इस अस्पताल में मरीज का इलाज होता है। प्रभारी के लापरवाही के कारण मेरे बच्चा की मौत हुई है।
घटना के संदर्भ में प्रसूति के पति के द्वारा थानाध्यक्ष मुकेश कुमार के द्वारा कानूनी कारवाई करने के भरोसे पर बच्चे का शव लेकर अंतिम संस्कार किया। मृत बच्चे के पिता के द्वारा घटना के आलोक में शनिवार को प्राथमिकी दर्ज कराया जाएगा।
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