Begusarai News: बेगूसराय के लोगों की बल्ले-बल्ले, यहां बनने जा रहा इको पार्क, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
Begusarai News बिहार के कावर झील पक्षी विहार के कायाकल्प के आसार बढ़ गए हैं क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के बाद जिला प्रशासन और वन ...और पढ़ें

रजनेश सिन्हा, चेरिया बरियारपुर (बेगूसराय)। Begusarai News: प्रगति यात्रा से कावर झील पक्षी विहार के कायाकल्प होने के आसार बढ़ गए हैं। अब कावर झील परिक्षेत्र में इको पार्क बनेगा तथा पर्यटन को विकसित किया जा सकेगा। इससे यह बिहार के पर्यटन मानचित्र पर स्थान पा सकेगा। साथ ही झील के मध्य में सिद्धपीठ माता जयमंगला का मंदिर होने से यहां आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
इसकी तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। डीएम तुषार सिंगला ने इस संबंध में बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कार्पोरेशन के एमडी को पत्राचार किया है। बताया जा रहा है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के बाद से जिला प्रशासन और वन विभाग इस ओर काफी एक्टिव है।
इन क्षेत्रों में होगा पर्यटन विकसित
कावर झील में माता जयमंगला मंदिर के आसपास के वनक्षेत्र, वाच टावर का इलाका एवं जहां अभी स्थानीय नाविकों द्वारा नौका विहार कराया जाता है, उक्त क्षेत्र को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा।
पानी से भरा जाएगा झील का सूखा क्षेत्र
लागत से झील का संरक्षण और संवर्धन किया जाएगा। इससे झील का जीर्णोद्धार हो सकेगा। इसका प्रस्तुतिकरण प्रगति यात्रा के दौरान अनुमंडलीय अस्पताल, मंझौल के ग्राउंड में सीएम के विजिट के समय भी दिया गया था।
फिलहाल झील के सूखे क्षेत्र में पानी पहुंचाया जाएगा। इसके बाद यहां और भी तरह की कई योजनाओं से इलाके को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। गौरतलब है कि कावर झील को एशिया भर में मीठे पानी का गोखुर झील होने के साथ रामसर साइट में शामिल होने का भी गौरव प्राप्त है।
वन विभाग एक्टिव, जल्द दिखेगा बदलाव
इको पार्क की संभावना को लेकर वन विभाग के कई अधिकारियों से बातचीत में मुख्य रूप से जो बातें सामने आई, वह यह थी कि कावर झील में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। किसी कारण से यह विभाग की नजरों से ओझल था। अब विभाग मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद से युद्धस्तर पर इस क्षेत्र को विकसित करने में जुट गया है।
फिलहाल इको पार्क का डीपीआर बनाने वाले कंसल्टेंसी और आर्किटेक्ट को बुलाया गया है। इको पार्क कितने क्षेत्रफल में बनेगा, यह सर्वे के बाद स्पष्ट होगा। विभागीय सूत्र बताते हैं कि यहां पर्यटन क्षेत्र विकसित होने से कई तरह के रोजगार में भी काफी इजाफा होगा। क्षेत्र के हजारों लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
डीएम ने टूरिज्म डवलपमेंट कार्पोरेशन को लिखा पत्र
डीएम बेगूसराय ने प्रबंध निदेशक, बिहार स्टेट टूरिज्म डवलपमेंट कार्पोरेशन को इस संबंध में पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में बताया कि बेगूसराय के मंझौल अनुमंडल में स्थित कावर झील क्षेत्र में इको पार्क के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार किया जाएगा।
कहा, प्रगति यात्रा के क्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा कावर झील क्षेत्र में इको पार्क के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री से मांग की गई है। कावर झील क्षेत्र में इको पार्क के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए कुशल कंसल्टेंसी एवं आर्किटेक्ट को वन प्रमंडल पदाधिकारी, वन प्रमंडल, बेगूसराय में प्रतिनियुक्त की जाए।
अभी क्या है कावर में पर्यटन की वर्तमान स्थिति
फिलवक्त कावर झील पक्षी विहार का एकमात्र इलाके में नौका विहार होता है। यह मंदिर से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर है। काफी समय से यह क्षेत्र भी सूखने के कगार पर है। यहां झील नालानुमा आकृति में आ गई है, जो कुछ दूर जाकर कुछ एकड़ में झील के आकार में फैली है।
यहां करीब सौ की संख्या में नाविक अपनी नाव लेकर रहते हैं, जो घूमने आने वाले पर्यटकों को मनमाना कीमत पर नौका बिहार करवाते हैं। किसी तरीके से इन नाविकों ने झील के अस्तित्व को संरक्षण देने का कार्य कर रहे हैं।

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