Banka News बांका के मंदार पर्वत पर काशी विश्वनाथ मंदिर निर्माण के लिए तेलंगाना से 12 शिल्पकारों की टीम पहुंची है। मंदिर का भव्य प्रारूप तैयार किया गया है और दक्षिण भारतीय शैली में अगम शास्त्र के अनुसार निर्माण होगा। अगले छह महीनों में इस मंदिर के निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य है जिसमें गोपुरम मंडपम और नंदी स्थल शामिल होंगे।
संवाद सहयोगी, बौंसी (बांका)। Banka News: बांका के मंदार पर्वत पर काशी विश्वनाथ मंदिर निर्माण के लिए तेलंगाना से 12 शिल्पकारों की टीम पहुंची है। मंदारेश्वर काशी विश्वनाथ मंदिर निर्माण समिति के संयोजक डा अर्जित शाश्वत चौबे ने बताया कि मंदिर के निर्माण के लिए तेलंगना हैदराबाद की मल्लिकार्जुन स्वामी शिल्पी वर्क्स ने मंदिर का भव्य प्रारूप तैयार किया है।
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शिल्पकारों के दल को समिति के सदस्यों ने पहले उनका चरण पूजन किया। जिसके बाद उन सभी का चंदन टीका और माला पहनाकर स्वागत किया। प्रारंभ काल में 12 शिल्पकारों द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया है।
कुल 28 शिल्पकारों द्वारा मंदिर निर्माण पूर्ण किया जाएगा। मंदिर का नक्शा तिरुपति देव स्थानम,आंध्रप्रदेश के प्रख्यात स्थपति बाला भास्करन एवं जे मोतीलाल द्वारा बनाया गया है।
मंदिर का निर्माण अगले छह महीनों में पूरा होगा। इसमें पहले चरण में मंदिर गोपुरम, मंडपम, नंदी स्थल और ध्वज स्तंभ होगा और दूसरे चरण में मंदिर के विभिन्न आयाम से जुड़े विवाह मंडप, संग्रहालय, वैदिक शिक्षण केंद्र, आध्यात्मिक प्राकृतिक केंद्र सहित कुल दस मंदिर एवं प्रमुख स्थलों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा।
अगम शास्त्र से दक्षिण भारतीय शैली के अनुरूप निर्माण कार्य रामेश्वरम एवं तिरुपति मंदिर के बनावट अनुसार कराया जा रहा है। मंदिर निर्माण समिति के सचिव देवाशीष पांडे ने बताया कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को मंदार पर्वत पर लैंड डायवर्शन के लिए 2.5 एकड़ का प्रोपोजल समर्पित किया गया है।
जिसमें मंदार शिखर के समीप एक एकड़ से अधिक जमीन की मांग की गई है। ताकि मंदिर के प्रांगण को व्यापकता दिया जा सके।
38 करोड़ से बनेगा मंदिर, छह माह में पूरा होगा काम
मंदिर निर्माण में 38 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कोषाध्यक्ष राहुल डोकानिया ने कहा कि समर्पण निधि से मंदिर निर्माण पूरा किया जाएगा। वरिष्ठ सदस्य समाजसेवी कौशल सिंह ने मंदिर निर्माण के लिए योगदान प्रदान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब भगवान शंकर के मंदिर का निर्माण प्रारंभ होने जा रहा है।
यह पर्यटन को और गति प्रदान करेगा। अर्जित ने कहा कि मंदिर निर्माण का संकल्प पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पद्मविभूषण जगत्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य के मार्गदर्शन में लिया था।
तत्कालीन राज्यपाल बिहार राजेंद्र आर्लेकर द्वारा संयुक्त रूप से जगत्गुरु स्वामी अनंताचार्य के सानिध्य में भूमि पूजन 10 मार्च 2023 को हुआ था। भाजपा जिलाध्यक्ष विक्की मिश्रा, दिलीप सर्राफ, शिव कुमार साह,राजाराम अग्रवाल,डा राजेश पोद्दार, राजीव सिंह,अंजन चौबे, नवनीत साह, पीयूष सिंह भदौरिया सहित अन्य मौजूद थे।
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