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    Bihar Land Mutation: इस जिले में 50 हजार से अधिक दाखिल-खारिज के मामले पेंडिंग, CO पर गिरी गाज

    Updated: Sun, 19 Jan 2025 04:51 PM (IST)

    बिहार भूमि सर्वेक्षण में सुधार के लिए शुरू की गई परिमार्जन प्लस सुविधा में अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। औरंगाबाद जिले में परिमार्जन प्लस के कुल 50318 मामले लंबित हैं जबकि केवल सदर अंचल में 9436 आवेदन लंबित पड़े हैं। सदर अंचल में लंबित मामले को देखते हुए विशेष सचिव ने सीओ शशि सिंह को सीओ के पद से तत्काल हटाने का आदेश दिया है।

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    50 हजार से अधिक दाखिल-खारिज के मामले पेंडिंग। (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, औरंगाबाद: मौजूदा समय में पूरे जिले में जमीन के सर्वे का कार्य चल रहा है। जमीन संबंधी किसी भी तरह की त्रुटि का सुधार के लिए सरकार ने परिमार्जन प्लस पोर्टल का शुभारंभ किया है।

    जिले में परिमार्जन प्लस के आवेदन के निष्पादन की स्थिति दयनीय है। सबसे खराब स्थिति सदर अंचल की है। जिले में परिमार्जन प्लस के कुल 50,318 मामले लंबित है। सदर अंचल में 9,436 आवेदन लंबित पड़ा है।

    लापरवाही बरत रहे अधिकारी

    मामला सीओ, आरओ से लेकर राजस्व कर्मचारी के पास लंबित पड़ा है। लंबित आवेदन के निष्पादन को लेकर सभी अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। यहीं कारण है कि सदर अंचल में प्रतिदिन हंगामा हो रहा है।

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    शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं पर काम नहीं हो रहा है। जनप्रतिनिधि इस मामले में विवश हैं। वे भी ग्रामीणों के लंबित मामले को निष्पादित कराने को लेकर लाचार हैं।

    सदर अंचल कार्यालय

    राजस्व विभाग के विशेष सचिव ने किया था निरीक्षण

    छह दिन पहले राजस्व विभाग के विशेष सचिव महफूज आलम ने सदर अंचल का निरीक्षण किया था। उनका निरीक्षण रिपोर्ट डीएम और एडीएम को प्राप्त हो गया है। सदर अंचल को भी रिपोर्ट मिला है।

    सदर अंचल में लंबित मामले को देखते हुए विशेष सचिव ने सीओ शशि सिंह को सीओ के पद से तत्काल हटाने का आदेश दिए हैं। सीओ के पद पर पदस्थापन होने तक सदर अनुमंडल के किसी भी सीओ या राजस्व अधिकारी को सीओ का प्रभार देने का आदेश दिया है।

    विशेष सचिव ने सदर अंचल के राजस्व कर्मचारी राकेश रंजन के खिलाफ कार्य के निष्पादन में लापरवाही और शिथिलता बरतने के मामले में कठोर कार्रवाई करने और तत्काल इस अंचल से दूसरे अंचल में तबादला करने का आदेश दिया है।

    राजस्व कर्मचारी शहर के अलावा नौगढ़ और मंझार के प्रभार में हैं। विशेष सचिव के निरीक्षण रिपोर्ट के अनुसार सदर अंचल में ऑनलाइन सेवाओं के निष्पादन की स्थिति अत्यंत खराब है।

    एडीएम, भूमिसुधार उपसमाहर्ता और प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि रोस्टर के हिसाब से प्रतिदिन या साप्ताहिक इस अंचल की समीक्षा करें।

    सीओ ने राजस्व कर्मचारियों के हल्का का प्रभार बदला

    वहीं दूसरी ओर नरकटियागंज अंचल कार्यालय में कार्यरत सभी राजस्व कर्मचारियों का प्रशासनिक दृष्टिकोण के मद्देनजर पंचायतों के प्रभार में उलटफेर किया गया है। इसको लेकर अंचलाधिकारी ने एक आदेश पत्र भी जारी किया है। जिसमें उन्होंने सभी राजस्व कर्मचारियों को अलग-अलग पंचायत आवंटित किया है।

    अंचलाधिकारी सुधांशु शेखर ने जानकारी देते हुए बताया कि अंचल में कुल करीब 15 राजस्व कर्मचारी पदस्थापित हैं। जिन्हें अलग-अलग हल्का आवंटित किया गया है। इसमें राजस्व कर्मचारी अशोक पटेल को हरदीटेढ़ा व डीके शिकारपुर हल्का आवंटित किया गया है।

    वहीं अब्दुल समद अंसारी को सेमरी एवं नगर परिषद का हरदिया व पिपरा, अनिल कुमार को नगर परिषद का शिकारपुर एवं बिनवलिया हल्का, विवेक यादव को राजपुर तुमकड़िया, भसुरारी, विक्की कुमार को मनवा परसी, परोराहा, विमल पटेल को शेरहवा, केहुनिया रोआरी, अभिषेक कुमार भारती को कुंडीलपुर, बरवा बरौली हल्का आवंटित किया गया है।

    अभिषेक शर्मा को पुरैनिया हरसरी, चमुआ, रामबाबू साफी को बनवरिया, सोमगढ़, सुनील कुमार को धूमनगर, मलदहिया पोखरिया, रवि कुमार सिंह को नौतनवा, सुगौली, राहुल रंजन को गोखुला, अंकित कुमार को कुकुरा, केसरिया, विकास कुमार को भेड़ीहरवा, डुमरिया, महेंद्र कुमार गुप्ता को भभटा एवं रखही चंपापुर हल्का आवंटित किया गया है।

    सीओ ने सभी को एक सप्ताह के भीतर हल्का पंचायतों के प्रभार आदान-प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।

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