Arariya News: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-नेपाल सीमा पर बसे गांवों में हाई अलर्ट, घुसपैठ की आशंका
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-नेपाल सीमा पर स्थित गांवों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसएसबी और पुलिस संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चला रहे हैं। नेपाल से आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और पाकिस्तानी नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है।

संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया)। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद नेपाल के रास्ते आतंकियों के भारत में घुसपैठ की आशंका बढ़ गई है। इसको लेकर भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। एसएसबी और पुलिस संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं। नेपाल से आने-जाने वालों की तलाशी ली जा रही है।
अलर्ट मोड पर एजेंसियां
पाकिस्तानी नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। सीमा सुरक्षा को लेकर बैठकें की जा रही है। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गई हैं।
विशेषकर इंडो-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। सीमा पर तैनात एसएसबी 56वीं बटालियन के जवानों को विशेष हाई अलर्ट पर रखा गया है।
इन इलाकों में बढ़ी चौकसी
एसएसबी के जवानो नें सीमावर्ती इलाकों पथरदेवा, फुलकाहा,पथराहा, घुरना, डूमरबन्ना, बसमतिया एवं बेला में चौकसी बढ़ा दी है। सीमा पार हर आने-जाने वाले व्यक्ति की गहन तलाशी ली जा रही है।
जांच के लिए डॉग स्क्वायड और मेटल डिटेक्टर की भी सहायता ली जा रही है। एसएसबी 56वीं बटालियन की हर चौकियों पर जवानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
नरपतगंज प्रखंड के फुलकाहा एसएसबी बीओपी 56वीं बटालियन के सहायक सेनानायक राणा कुमार ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से सीमा पर चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
बॉर्डर के समीप बसे गांवों में भी पेट्रोलिंग तेज कर दी गई है और स्थानीय लोगों से सहयोग करने की अपील की गई है। इसके साथ ही क्षेत्र में भी एसएसबी के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ या संदिग्ध गतिविधियों को रोका जा सके।
अतिरिक्त बल की तैनाती
सीमा चौकियों पर अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है और इंटेलिजेंस विंग को भी सक्रिय कर दिया गया है। एसएसबी के अलावा बिहार पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी लगातार समन्वय में काम कर रही है। ऐसे में आम लोगों की भी जिम्मेदारी है कि किसी भी संदग्धि को देखते ही एसएसबी, पुलिस अथवा स्थानीय प्रशासन को खबर करें।
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