Maruti Suzuki Jimny से कंपनी को है बड़ी उम्मीद, लाइफस्टाइल एसयूवी के लिए किया 960 करोड़ रुपये का निवेश
जिम्नी के पास परफेक्ट एसयूवी के रूप में एक विरासत है जो निश्चित रूप से देश में समग्र एसयूवी पुश में मदद करेगी। आपको बता दें कि कंपनी ने 5-डोर Jimny को डेवलप करने लिए करीब 960 करोड़ रुपये का निवेश किया है। (फाइल फोटो)।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। मारुति सुजुकी इंडिया को उम्मीद है कि उसकी नई पेशकश Maruti Jimny न केवल वॉल्यूम लाएगी, बल्कि तेजी से बढ़ते स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में अपनी साख भी स्थापित करेगी। कंपनी को उम्मीद है कि यह एसयूवी सेगमेंट में शीर्ष स्थान लेने के लिए ब्रेजा, फ्रोंक्स और ग्रैंड विटारा जैसे अन्य मॉडलों के साथ भूमिका निभाएगी। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी इस वित्तीय वर्ष में पूरे एसयूवी सेगमेंट में नेतृत्व की स्थिति का लक्ष्य बना रही है।
Jimny के लिए 960 करोड़ रुपये का निवेश
एक बातचीत में, मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) के वरिष्ठ अधिकारी शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि जिम्नी उनकी कंपनी के लिए एक बेहतर मॉडल साबित होने वाली है। उन्होंने कहा कि जिम्नी के पास परफेक्ट एसयूवी के रूप में एक विरासत है, जो निश्चित रूप से देश में हमारे समग्र एसयूवी पुश में मदद करेगी। आपको बता दें कि कंपनी ने 5-डोर Jimny को डेवलप करने लिए करीब 960 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
अगले महीने इस मॉडल को लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सुजुकी ने 199 देशों में Jimny की कुल 3.2 मिलियन से अधिक यूनिट्स बेची हैं। विश्व स्तर पर कंपनी इसे 3-डोर कॉन्फिगरेशन वाले मॉडल के साथ बेचती है। यह पहली बार है जब पांच दरवाजों वाला संस्करण लॉन्च किया जा रहा है।
एसयूवी सेगमेंट में राज करने की तैयारी
शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि अब तक इस मॉडल के लिए लगभग 30 हजार बुकिंग मिल चुकी हैं और इसकी डिलीवरी अगले महीने से शुरू होने की उम्मीद है। श्रीवास्तव ने कहा कि जिम्नी के साथ मारुति की एसयूवी बाजार हिस्सेदारी बढ़ जाएगी। उन्हे उम्मीद है कि कंपनी इस वित्त वर्ष, एसयूवी सेगमेंट में 25 फीसदी बाजार हिस्सेदारी हासिल कर लेगी। उन्होने कहा कि घरेलू बाजार में कुल यात्री वाहनों की बिक्री में एसयूवी सेगमेंट की हिस्सेदारी अब 45 फीसदी है।
क्या Jipsy की जगह लेगी Jimny?
यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी पहले जिप्सी की तरह सशस्त्र बलों को भी मॉडल पेश करना चाहेगी, श्रीवास्तव ने कहा: "एक बार जब हम मॉडल पेश कर देंगे, तो कोई विशिष्ट आवश्यकता होने पर हम इसकी जांच करेंगे।" आपको बता दें कि MSI ने सशस्त्र बलों को जिप्सी की लगभग 6,000-10,000 यूनिट्स की आपूर्ति कराई थी।