बिना FASTag के टोल बूथ क्रॉस करने पर कितना लगता है जुर्माना? बचने के लिए करें ये काम
प्रत्येक वाहन मालिकों के लिए FASTag का इस्तेमाल अनिवार्य है। ऐसा न करने पर वाहन मालिकों को जुर्माना के तौर पर दोगुना टोल शुल्क अदा करना पड़ता है। ऐसे ...और पढ़ें

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। एक समय था जब टोल पर लंबी लाइनें लगती थी, लेकिन पिछले कुछ सालों में इन लाइनों को समाप्त करने के लिए भारत सरकार ने FASTag को पेश किया था। जिसका काम ऑनलाइन माध्यम से टोल शुल्क अदा करना है। इस समय अगर आप हाईवे- एक्सप्रेसवे पर जाते हैं तो वहां पड़ने वाले टोल पर टोल शुल्क का भुगतान सिर्फ FASTag के माध्यम से होता है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति बिना FASTag के साथ जाता है, तो उसे क्या परेशानी उठानी होती है और ऐसी स्थिती से बचने के लिए क्या करना होगा उसके बारे में इस खबर के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं।

FASTag लगवाना अनिवार्य
प्रत्येक वाहन मालिकों के लिए FASTag का इस्तेमाल अनिवार्य है। ऐसा न करने पर वाहन मालिकों को जुर्माना के तौर पर दोगुना टोल शुल्क अदा करना पड़ता है। ऐसे में सलाह दी जाती है कि समय रहते अपने गाड़ी में FASTag लगवा लें।
बिना FASTag के टोल बूथ क्रॉस करने पर क्या होगा?
मान लीजिए अगर आपके गाड़ी में FASTag नहीं लगा और आप किसी एक्सप्रेसवे पर निकल गए और वहां टोल पड़ा है तो ऐसी स्थिति में आपके साथ क्या होगा?
दरअसल, नियम के मुताबिक अगर आपके पास FASTag नहीं है, तो आपको जो टोल टैक्स के शुल्क है उसकी दुगनी रकम अदा करनी होगी। उदाहरण के तौर पर अगर ₹90 फास्टैग टोल लगता है तो ₹180 आपको बिना पास के बने होंगे। मतलब यह है कि टोल टैक्स की दोगुनी राशि आपको देनी पड़ेगी।
क्या होता है FASTag ?
FASTag एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है। ये टैग अधिकृत बैंक द्वारा किया जाता है और ऑनलाइन माध्यम से इसे टोल लिया जाता है। इसके उपयोग के कारण आप टोल टैक्स पर लंबे समय में लाइन में लगे बिना ही टोल चूका देते हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों के सभी टोल प्लाजा पर लगे रीडर्स कार की विंडस्क्रीन पर चिपकाए गए टैग को स्कैन करते हैं और लिंक किए गए अकाउंट के माध्यम से चार्ज कट जाता है।

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