Honda की कारों की दुनियाभर में मांग, इंडिया से दो लाख यूनिट्स का हो चुका एक्सपोर्ट
Honda Exports भारत में होंडा कार्स की ओर से सेडान से लेकर एसयूवी सेगमेंट में वाहनों की बिक्री की जाती है। देश में बिक्री के साथ ही निर्माता की ओर से विदेशों में भी कारों को एक्सपोर्ट किया जाता है। हाल में ही निर्माता ने नई उपलब्धि हासिल की है। किस तरह की उपलब्धि को हासिल किया है। आइए जानते हैं।

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत में कई निर्माताओं की ओर से कारों की बिक्री की जाती है। भारतीय बाजार में बिक्री के साथ ही निर्माता विदेशों में भी मेड इन इंडिया कारों की बिक्री करते हैं। होंडा कार्स की ओर से भी हाल में ही एक्सपोर्ट को लेकर नई उपलब्धि को हासिल किया गया है। निर्माता ने किस तरह की उपलब्धि को हासिल किया है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
Honda ने हासिल की उपलब्धि
होंडा कार्स ने हाल में ही नई उपलब्धि को हासिल किया है। निर्माता की ओर से जानकारी दी गई है कि भारत से अब तक दो लाख यूनिट्स कारों का एक्सपोर्ट किया जा चुका है।
अधिकारियों ने कही यह बात
होंडा कार्स इंडिया के मार्केटिंग और सेल्स के उपाध्यक्ष कुणाल बहल ने कहा कि 200,000 निर्यात इकाइयों का आंकड़ा पार करना होंडा कार्स इंडिया के लिए बेहद गर्व की बात है। यह उपलब्धि हमारी भारत-निर्मित कारों की वैश्विक पहचान को रेखांकित करती है। यह हमारी कुशल टीमों के समर्पण और मज़बूत विनिर्माण क्षमताओं को भी दर्शाता है। निर्यात HCIL की व्यावसायिक और राजस्व रणनीति का एक अभिन्न अंग है, और हम आगे भी इस क्षेत्र को मज़बूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम 'मेक इन इंडिया' पहल के प्रति समर्पित हैं और अपने घरेलू बाज़ार और वैश्विक ग्राहकों, दोनों की सेवा करते हैं।
किस कार की कितनी हिस्सेदारी
निर्माता की ओर से जानकारी दी गई है कि देश से एक्सपोर्ट के मामले में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी होंडा सिटी और होंडा एलीवेट की है। इन दोनों कारों का एक्सपोर्ट में हिस्सा 78 फीसदी रहा है। इसके अलावा ब्रियो, अमेज, जैज, बीआरवी, मोबिलियो, सिटी ई-एचईवी का हिस्सा 22 फीसदी रहा है।
किन देशों में होता है एक्सपोर्ट
होंडा से मिली जानकारी के मुताबिक कुल निर्याता का 30 फीसदी हिस्सा जापान, 26 फीसदी हिस्सा दक्षिण अफ्रीका और एसएडीसी देशों, 19 फीसदी मैक्सिको, 16 फीसदी तुर्की और बाकी नौ फीसदी हिस्सा सार्क, कैरेबियन और अमेरिकी देशों का है।
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