देश को जल्द मिलेगी 10,000 किलोमीटर greenfield expressway की सौगात, 4.5 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि सरकार देश भर में 4.5 लाख करोड़ रुपये की लागत से 10000 किलोमीटर लंबी कई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजनाओं का निर्माण कर रही है। उन्होने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने वित्तपोषण के विभिन्न मॉडलों के माध्यम से 70000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है और इस राशि का उपयोग राजमार्ग परियोजनाओं के निर्माण में किया जाएगा।

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश की सड़कों को लगातार बेहतर करने के साथ-साथ नए Expressway का निर्माण हो रहा है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि सरकार देश भर में 4.5 लाख करोड़ रुपये की लागत से 10,000 किलोमीटर लंबी कई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजनाओं का निर्माण कर रही है।
सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि भारतमाला परियोजना के तहत ये सड़क नेटवर्क स्थापित किया जा रहा है। क्या है पूरी खबर, आइए जान लेते हैं।
greenfield expressway का होगा निर्माण
नितिन गडकरी ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने वित्तपोषण के विभिन्न मॉडलों के माध्यम से 70,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है और इस राशि का उपयोग राजमार्ग परियोजनाओं के निर्माण में किया जाएगा। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा, "सरकार ने देश भर में 65,000 किलोमीटर के राजमार्ग विकास की भारतमाला परियोजना की परिकल्पना की है। चरण 1 सड़क नेटवर्क 34,800 किलोमीटर का है। हम 4.5 लाख करोड़ रुपये की लागत से 10,000 किलोमीटर के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहे हैं।"
राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) नेटवर्क में बढ़ावा
केंद्रीय मंत्री के अनुसार, भारत का कुल राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) नेटवर्क 2014 में 91,000 किमी से बढ़कर वर्तमान में लगभग 1.45 लाख किमी हो गया है। गडकरी ने आगे कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा पाइपलाइन और पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया है। ये कार्यक्रम देश में लागत और समय की बचत करते हुए एकीकृत और समग्र विकास सुनिश्चित करेंगे, क्योंकि ये नई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं देश के दूरदराज के इलाकों को जोड़ेंगी।
गडकरी ने गिनाया अब तक का फायदा
मंत्री ने कहा कि परिसंपत्ति मुद्रीकरण बुनियादी ढांचे में निवेश की कुंजी है। राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन के तहत एनएचएआई की हिस्सेदारी 27 प्रतिशत है। हम वास्तव में राष्ट्रीय राजमार्ग संपत्तियों जैसे टीओटी इनवीआईटी और परियोजना-आधारित वित्तपोषण के मुद्रीकरण के कई मॉडल अपना रहे हैं। उन्होने आगे कहा कि NHAI ने वित्तपोषण के इनोवेटिव मॉडल के माध्यम से 70,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है।
टीओटी (टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर) मॉडल के माध्यम से लगभग 26,000 करोड़ रुपये, एनएचएआई इनवीआईटी (राष्ट्रीय राजमार्ग इंफ्रा ट्रस्ट) के माध्यम से 10,000 करोड़ रुपये और एसपीवी के माध्यम से प्रतिभूतिकरण के माध्यम से 34,000 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।