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    केवल टोल टैक्स ही नहीं, पार्किंग में भी काम आएगा अब fastag, जानिए क्या है सुविधा

    By Ayushi ChaturvediEdited By:
    Updated: Sun, 04 Dec 2022 03:54 PM (IST)

    भारत में फास्टैग को 2014 में ही पहली बार पेश किया गया था। FASTag ने देश में टोल टैक्स लेने के तरीके को बदल दिया है। आपको बता दे FASTag एक रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेक्नोलॉजी-इनेबल्ड कार्ड है। इसके इस्तेमाल से आप पार्किंग में भी भुगतान कर सकते हैं।

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    केवल टोल टैक्स ही नहीं, पार्किंग में भी काम आएगा अब fastag,

    नई दिल्ली,ऑटो डेस्क। भारत में 2014 से ही FASTag को शुरू किया गया था। इसके आने से टोल टैक्स लेने का तरीका बदल गया है। ड्राइवरों को टोल बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपने टोल टैक्स को भुगतान करने का अनुमति देता है। इसका टोल टैक्स पर लाने की वजह टोल प्लाजा पर लगे जाम को करने का था। उसका स्टीकर गाड़ियों के विंडशील्ड पर लगाया जाता है।

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    फास्टैग स्टिकर

    जब यूजर अपनी गाड़ी को टोल लेम में ले जाते हैं तो उस समय फास्टैग स्टिकर के माध्यम से अपने आप टोल शुल्क कट जाता है। पहले जब ये नहीं था तक ड्राइवरों को लंबी लाइन से गुजरना पड़ता था, लेकिन अब काम आसानी से हो जाता है।

    पार्किंग का भी शुल्क भर सकते हैं

    लेकिन अब इसका इस्तेमाल टोल टैक्स भरने के साथ -साथ पार्किंग का भी शुल्क भरने के लिए किया जाता है। हाल के दिनों में जम्मू कश्मीर में पहली फास्टैग बेस्ड पार्किंग मैनेजमेंट सिस्टम बस स्टैंड पर शुरू हो गया है।

    ऐप की मदद से होगा भुगतान

    अब आप इसका भुगतान ऐप की मदद से भी कर सकते हैं। इसके कारण अब आपका काम और भी आसान हो चुका है। भारत में अब कई जगह ऐप के मदद से भुगतान शुरू हो गया है। आपने जहा अपनीन कार पार्क कीन होगी वहा भुगतान आप अपनी कारों पर लगी फास्टैग के माध्यम से उपयोग कर सकते हैं।

    डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा

    सरकार ने इसे भारत में डिजिटल लेनदेन को बढ़ाने के लिए लॉन्च किया था। आपको बता दे फास्टैग कई बैंकों और डिजिटल वॉलेट एग्रीगेटर्स द्वारा जारी किए जाते हैं। FASTag वाहनों के विंडशील्ड पर एक स्टीकर चिपका होता है। स्टिकर में एक चिप होती है जो वाहन चालक के बैंक खाते या डिजिटल वॉलेट से जुड़ी होती है। जिससे वो पेमेंट का भुगतान कर सकते हैं।

    पार्किंग ‘पार्क प्लस’

    पार्किंग ‘पार्क प्लस’ नामक एक ऐप के माध्यम से काम करती है, जो लोग पार्किंग की जगह को खोजते हैं , बुक करने और पहले ही भुगतान करने की सुविधा देती है। लोग बिना किसी रोक टोक के इस पार्किंग का भुगतान कर सकेगें। ताकि उनका समय भी चले और उनको किसी परेशानी का सामना भी न करना पड़े।

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