कार बाजार की मंदी दूर करने को लेकर ऑटो कंपनियों ने कसी कमर
पिछले दो दशक की सबसे बड़ी मंदी से जूझ रहे ऑटोमोबाइल उद्योग की उम्मीद अब त्योहारी सीजन पर टिकी हुई है
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। पिछले दो दशक की सबसे बड़ी मंदी से जूझ रहे ऑटोमोबाइल उद्योग की उम्मीद अब त्योहारी सीजन पर टिकी हुई है। मंदी से लड़ने के लिए ऑटोमोबाइल कार कंपनियों और कार लोन देने वाले वित्तीय संस्थानों की तरफ से विशेष कोशिश होती दिख रही है। इस सिलसिले में सबसे ज्यादा कार लोन वितरित करने वाले बैंक एसबीआइ ने मंगलवार को एलान किया कि वह त्योहारी सीजन में कार लोन पर कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं लेगा। साथ ही बैंक ने 8.70 फीसद की सालाना दर पर कार लोन देने की भी घोषणा की है। दूसरी तरफ भारतीय कार बाजार में तकरीबन 50 फीसद बाजार हिस्सेदारी रखने वाली मारुति सुजुकी ने डीजल कारों की बिक्री को बढ़ाने के लिए आफ्टर सेल सर्विस की नई स्कीम लांच की है। इसके तहत डिजायर, एस-क्रॉस, स्विफ्ट, ग्रैंड विटारा मॉडल के डीजल कारों के नए ग्राहकों को पांच वर्ष या एक लाख किलोमीटर की वारंटी दी जाएगी। मारुति सुजुकी इसी महीने अपनी बहुप्रतीक्षित एमपीवी एक्सएल-6 भी लांच करने जा रही है।
हाल ही में हुंडई ने अपनी ग्रैंड आई10 निओस, मारुति ने अपनी XL6 और BMW ने अपनी 3 सीरीज लॉन्च की है। इस बार त्योहारी सीजन उम्मीद के सवाल पर हुंडई मोटर इंडिया के एमडी व सीईओ एस एस किम कहते हैं कि अगर सरकार जीएसटी की दर में कटौती कर दे तो निश्चित तौर पर बाजार में मंदी इसी साल दूर हो सकती है। उन्होंने कहा कि यह त्योहारी सीजन सिर्फ हुंडई के लिए ही नहीं बल्कि दूसरी कार कंपनियों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। ताजा हालात में सम्मिलित कोशिशों की जरूरत है। साथ ही किम ने भारत सरकार को यह भी नसीहत दे दी कि यहां की सरकार के लिए दूसरी वरीयता हो सकती है लेकिन दूसरे देशों में ऑटोमोबाइल को बहुत ही महत्व दिया जाता है क्योंकि यह रोजगार व सामान्य अर्थव्यवस्था के लिए बहुत जरूरी होता है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की नई घोषणाएं
एसबीआइ ने कहा है कि कार लोन की नई दर 8.70 फीसद होगी। यह लोन इस गारंटी के साथ होगा कि आगे कर्ज की दर को नहीं बढ़ाया जाएगा। साथ ही जो ग्राहक बैंक से ऑनलाइन लोन का आवेदन करेंगे उन्हें ब्याज दर में अतिरिक्त 25 आधार अंक यानी 0.25 फीसद की छूट दी जाएगी। वेतन भोगी वर्ग कार की ऑन रोड कीमत का 90 फीसद लोन हासिल कर सकेगा। बैंक ने 20 लाख रुपये तक का पर्सनल लोन 10.75 फीसद ब्याज पर देने की एक स्कीम भी लागू की है। होम लोन ग्राहकों के लिए बैंक ने पहली सितंबर से ब्याज दर में 0.15 फीसद की कटौती का भी एलान किया है। अप्रैल, 2019 के बाद से बैंक होम लोन की दर में 0.35 फीसद की कटौती कर चुका है। अभी स्टेट बैंक 8.05 फीसद सालाना दर पर रेपो रेट से लिंक्ड ब्याज दर पर होम लोन मुहैया करा रहा है।
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