Uttarakhand Board Result 2024: परीक्षाफल में बढ़ा आत्मविश्वास, घटते परीक्षार्थियों ने बढ़ाई चिंता; पढ़ें चौंकाने वाले आंकड़े
Uttarakhand Board Result 2024 10वीं व 12वीं में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों का संख्याबल हो या गुणवत्ता सीबीएसई से मिल रही कड़ी टक्कर से भिड़ने में कतराते रहे उत्तराखंड बोर्ड ने वर्ष 2024 में नए संकेत दिए हैं। परीक्षाओं में प्रदर्शन में सुधार के बाद भी उत्तराखंड बोर्ड से विद्यार्थियों का पलायन हो रहा है। गत वर्ष की तुलना में 47 हजार से अधिक परीक्षार्थी घटे हैं।
रविंद्र बड़थ्वाल, जागरण, देहरादून : Uttarakhand Board Result 2024: उत्तराखंड बोर्ड का परीक्षाफल अब चुनौतियों से निपटने में आत्मविश्वास दिखाने लगा है। 10वीं व 12वीं में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों का संख्याबल हो या गुणवत्ता, सीबीएसई से मिल रही कड़ी टक्कर से भिड़ने में कतराते रहे उत्तराखंड बोर्ड ने वर्ष 2024 में नए संकेत दिए हैं। 10वीं के परिणाम को 80 प्रतिशत से पार पहुंचाना बोर्ड के लिए बड़ी कठिनाई से कम नहीं रहा है, लेकिन लगातार दूसरे वर्ष परीक्षाफ 85 प्रतिशत से अधिक रहा है।
इस वर्ष तो परीक्षाफल 89.14 प्रतिशत पहुंचने से यह संकेत भी मिल रहे हैं कि 90 प्रतिशत का नया लक्ष्य अब अधिक दूर नहीं है। यद्यपि, तस्वीर का दूसरा पहलू चिंताजनक है। परीक्षाओं में प्रदर्शन में सुधार के बाद भी उत्तराखंड बोर्ड से विद्यार्थियों का पलायन हो रहा है। गत वर्ष की तुलना में 47 हजार से अधिक परीक्षार्थी घटे हैं।
इस बार परीक्षाफल में 3.97 प्रतिशत की वृद्धि
उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं के परीक्षाफल में गत वर्ष की तुलना में इस बार 3.97 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। गत वर्ष 85.17 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे। इस वर्ष यह आंकड़ा बढ़कर 89.14 प्रतिशत हो गया है। 10वीं के परीक्षाफल ने गुणवत्ता के मामले में भी लंबी छलांग लगाई है।
प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थी गत वर्ष 25.31 प्रतिशत से बढ़कर 27.68 प्रतिशत हो गए। सम्मान सहित प्रथम श्रेणी में पास होने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी 8.84 प्रतिशत से बढ़कर 9.42 प्रतिशत हो गई है। द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण प्रतिशत में भी बढ़ोतरी हुई है।
लगातार दूसरे वर्ष 85 प्रतिशत से अधिक परीक्षाफल
इसी प्रकार 12वीं के बोर्ड परीक्षाफल में भी 1.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस वृद्धि के साथ बोर्ड ने वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में परीक्षाफल में लगभग 1.65 प्रतिशत की गिरावट में सुधार कर लिया है। 12वीं में सम्मान सहित उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों की संख्या वर्ष 2023 में 7.26 प्रतिशत से बढ़कर 10.79 प्रतिशत हो गई है।
प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले भी 34.79 प्रतिशत से 40.84 प्रतिशत हो गए हैं। 10वीं व 12वीं, दोनों ही कक्षाओं में तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण होने वालों की संख्या में कमी आना बोर्ड और शिक्षा विभाग के लिए सुखद है। जिलों की बात करें तो इस बार हरिद्वार और देहरादून जिलों ने भी 80 प्रतिशत से अधिक परीक्षाफल दिया है।
इंटर में घट गए 31925 परीक्षार्थी
प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग यह प्रयास कर रहा है कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार आए। इन प्रयासों के फलीभूत होने में अब तेजी दिख रही है, लेकिन यह इतनी नहीं है कि छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के सरकारी विद्यालयों और उत्तराखंड बोर्ड से पलायन रोकने में प्रभावी हो।
गत वर्ष के परीक्षा परिणाम ने पलायन पर कुछ हद तक काबू पाने के संकेत दिए थे, लेकिन वर्ष 2024 में यह विभाग को आईना दिखा रहे हैं। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष इंटरमीडिएट में 31925 परीक्षार्थी घट गए, जबकि वर्ष 2023 में वर्ष 2022 की तुलना में 10 हजार परीक्षार्थी बढ़े थे। हाईस्कूल में भी उत्तराखंड बोर्ड के परीक्षार्थियों की संख्या गत वर्ष की तुलना में 15467 घट गई है। निजी विद्यालयों से मिलने वाली प्रतिस्पर्धा में सरकारी विद्यालय लगातार पिछड़ रहे हैं।
उत्तराखंड बोर्ड में इस प्रकार कम हो रही है छात्रसंख्या
- वर्ष, 10वीं कक्षा, 12वीं कक्षा
- 2021, 147155, 121705
- 2022, 127895, 111688
- 2023, 127844, 123945
- 2024, 112377, 92020