नीरज बवानिया का करीबी सरगना सद्दाम उर्फ गौरी गिरफ्तार, आरोपी पर 20 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज
अपराध शाखा के डीसीपी संजय कुमार सैन ने बताया कि चार मई को एएसआई संजय गुप्त सूचना प्राप्त करने के लिए गंदा नाला करमपुरा पश्चिमी दिल्ली के पास मौजूद थे। एएसआई को गुप्त सूचना मिली की फरवरी में नीरज बवाना गिरोह ने एक व्यापारी को वॉट्सऐप कॉल पर धमकी देते हुए दो करोड़ रूपये मांगे थे। इस संबंध में जनकपुरी थाने में मामला दर्ज किया गया था।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गैंगस्टर नीरज बवाना के करीबी सरगना परवेज उर्फ सद्दाम उर्फ गोरी उर्फ गौरी को गिरफ्तार किया है। आरोपित पहले हत्या, हत्या के प्रयास और डकैती जैसे 20 से ज्यादा आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। 2014 में बागपत में गैंगस्टर अमित भूरा को यूपी पुलिस की हिरासत से भगाने में आरोपित ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
इस मामले में बाद में, उसे बागपत पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपित गौरी के नाम से अपना गिरोह संचालक रहा है और वर्तमान में उसके गिरोह में लगभग 25 सदस्य हैं। वर्तमान में आरोपित हरि नगर थाने के मकोका के मामल में पैरोल पर बाहर था और अपने प्रतिद्वंद्वी सनी जसवंत की हत्या करने की योजना बना रहा था। आरोपित के पास से एक लोडेड पिस्टल 7.65 बोर, एक लोडेड पिस्टल 7.62 बोर और एक अलग मैगजीन 7.62 बोर और कुल 12 कारतूस बरामद किए गए हैं।
बवाना गिरोह ने एक व्यापारी से मांगे दो करोड़
अपराध शाखा के डीसीपी संजय कुमार सैन ने बताया कि चार मई को एएसआई संजय गुप्त सूचना प्राप्त करने के लिए गंदा नाला करमपुरा, पश्चिमी दिल्ली के पास मौजूद थे। एएसआई को गुप्त सूचना मिली की फरवरी में नीरज बवाना गिरोह ने एक व्यापारी को वॉट्सऐप कॉल पर धमकी देते हुए दो करोड़ रूपये मांगे थे। इस संबंध में जनकपुरी थाने में मामला दर्ज किया गया था।
मकोका मामले में तिहाड़ जेल में
इस मामले में धमकी भरा कॉल करने का आदेश देने वाला सद्दाम हो सकता है। वह उस समय मकोका मामले में तिहाड़ जेल में था और फिलहाल पैरोल पर जेल से बाहर है। सद्दाम उर्फ गौरी हमेशा अपने पास अवैध हथियार रखता है और लोगों से पैसे वसूलने के लिए अपना खुद का गिरोह भी चलाता है। सूचना के आधार पर टीम बनाई गई और मुखबिर से अन्य जानकारी जुटा टीम ने करमपुरा स्थित सद्दाम के फ्लैट पर छापा मारा।
सद्दाम ने दरवाजा खोला, जब पुलिस टीम ने अपना परिचय दिया तो आरोपित सद्दाम ने अपनी पैंट के बाई ओर से एक पिस्टल निकाल कर पुलिस टील पर तान दी। एएसआई संजय व अन्य पुलिस स्टाफ ने उसे पिस्टल समेत काबू कर लिया।
दो कारतूस और एक मैगजीन बरामद
पिस्टल की मैगजीन निकालकर चेक की गई, जिसमें छह कारतूस मिले। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसके पास और भी अवैध हथियार हैं जिन्हें वह अपने फ्लैट के अंदर एक अलमारी में छुपा कर रखता है। पुलिस टीम ने फ्लैट के अंदर लकड़ी की अलमारी के अंदर रखे कपड़ों के नीचे से एक और पिस्टल जिसमें दो कारतूस और एक अलग मैगजीन मिली जिसमें दो कारतूस थे।
पूछताछ के दौरान सद्दाम ने बताया कि वह थाना हरि नगर दिल्ली के मकोका मामले में 2019 से तिहाड़ जेल में बंद था और अपने पिता के इलाज के लिए आठ अप्रैल को पैरोल पर बाहर आया है। पिता के इलाज के लिए उसे पैसों की जरूरत थी, इसलिए उसने कई लोगों को हथियारों से डरा-धमका कर पैसे वसूले हैं।
तिहाड़ से अपना सिंडिकेट चला रहा है बवाना
कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद है और जेल के अंदर से ही अपना सिंडिकेट चला रहा है। जेल से वह निर्देश देता है और उसके गुर्गे दिल्ली में उसके इशारे पर रंगदारी, मर्डर और फायरिंग जैसी वारदातों को अंजाम देते हैं।