UP Politics: सीएम योगी आदित्यनाथ ने ‘आस्था’ के नाम पर दिया भाषण, कृतज्ञता और पाप जैसे शब्दों का किया इस्तेमाल
तीसरे चरण के चुनाव के अंतिम दिनों में सभा करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आस्था का कार्ड खेला। राम मंदिर के मुद्दे की बार-बार याद दिलाने की न सिर्फ कोशिश की बल्कि जनता से संवाद कर सहमति भी लेते रहे। अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने सिरसागंज के महाकालेश्वर मंदिर का जयकारा लगाकर की तो बाबा नीम करोरी को भी याद किया।
संवाद सहयोगी, सिरसागंज (फिरोजाबाद)। तीसरे चरण के चुनाव के अंतिम दिनों में सभा करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आस्था का कार्ड खेला। कृतज्ञता और पाप जैसे शब्दों से लोगों के मन को झकझोरने का प्रयास किया।
राम मंदिर के मुद्दे की बार-बार याद दिलाने की न सिर्फ कोशिश की बल्कि जनता से संवाद कर सहमति भी लेते रहे। अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने सिरसागंज के महाकालेश्वर मंदिर का जयकारा लगाकर की तो बाबा नीम करोरी को भी याद किया।
कल्याणकारी योजनाएं भी आवश्यक
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 वर्ष में जो अभूतपूर्व कार्य हुए हैं, उसकी कृतज्ञता ज्ञापित करने का काम देश में हो रहा है। योगी ने आस्था काे सबसे ऊपर बताया। कहा विकास अपना महत्व रखता है। गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं भी आवश्यक हैं, लेकिन कोई सरकार इससे बढ़कर आपकी आस्था का सम्मान करे ये पहले बार हुआ है। इसलिए देश कह रहा है कि जो राम को लाए हैं.. हम उनको लाएंगे।
जनता से जुड़ाव होते ही बोले राम मंदिर और काशी में काशी विश्वनाथ का मंदिर भी बन गया है। अब आपने उच्च न्यायालय का फैसला पढ़ लिया होगा। मथुरा में जितनी भी भूमि है वो सब ठा. केशवदेव की है.. कृष्ण की है। इतना सुनते ही पंडाल तालियों और योगी.. योगी के शोर से गूंज उठा।
इसके बाद योगी विपक्ष पर आक्रामक हाे गए। बोले एक तरफ विरासत को सम्मान देने वाली सरकार है और दूसरी तरफ कांग्रेस विरासत टैक्स लगाना चाहती है। भाजपा देश को आत्मनिर्भर और विकसित भारत बनाना चाहती है।