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Health Tips: गर्मी के मौसम में इन चीजों से करें परहेज, शरीर के संकेतों को समझें और रोगों को रखें दूर; जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर

मई की शुरूआत हो चुकी है। मई महीने के चढ़ने के साथ ही गर्मी और धूप ने भी जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। इसलिए आप भी तेज धूप और बढ़ती गर्मी से सतर्क रहें। शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए पानी पीते रहें। खीरा ककड़ी का दिन में खूब सेवन करेंl गर्मियो में भारी वजन उठाने या अधिक चलने फिरने से बचना चाहिए l

By Jagran News Edited By: Riya Pandey Published: Sun, 05 May 2024 05:26 PM (IST)Updated: Sun, 05 May 2024 05:26 PM (IST)
गर्मी के मौसम में इन चीजों से करें परहेज

डिजिटल डेस्क, प्रयागराज। Health Tips: मई की शुरूआत हो चुकी है। मई महीने के चढ़ने के साथ ही गर्मी और धूप ने भी जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। इसलिए आप भी तेज धूप और बढ़ती गर्मी से सतर्क रहें। शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए पानी पीते रहें। खीरा ककड़ी का दिन में खूब सेवन करेंl गर्मियो में शरीर का बल कम होता है ऐसे में भारी वजन उठाने या अधिक चलने फिरने से बचना चाहिए l

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एस के आर योग एवं रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान प्रयागराज केंद्र पर जाने माने एवं स्पर्श चिकित्सा के ज्ञाता सतीश राय ने कहा l

शरीर अंदर की नमी को छींक द्वारा बाहर फेंकता है

उन्होंने कहा ज्यादा गर्मी पड़ने पर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है जिसके कारण शरीर में रोंग उत्पन्न होने की संभावना बढ़ जाती है l सर्दी-जुकाम मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है यह खतरनाक तो नहीं है लेकिन मनुष्य को सबसे ज्यादा हैरान परेशान और समय बर्बाद करता है हमारा शरीर वर्ष में दो बार अंदर की अतिरिक्त नमी (पानी) को साधारण सर्दी जुकाम और छींक द्वारा बाहर फेंकता है यह प्रक्रिया तीन-चार दिन तक चलती है ऐसा होने पर चिंता करने या सर्दी को दबाने की जरूरत नहीं है l

शरीर के संकेतों को समझें और रोग को दूर करने में मदद करें

सतीश राय ने कहा कि हम अपने शरीर के संकेतों को समझें और रोग दूर करने के लिए शरीर के प्रयत्नों में मदद करें l बीमारी शरीर ने बनाया है तो शरीर ही बीमारी को खत्म भी करेगी इसके लिए हमें अपने शरीर के इशारों को समझ कर उनके कार्यों में नेचुरल तरीके से मदद करनी होगी l

  1. नाक से पानी आना छींके आना अर्थात शरीर अतिरिक्त पानी को बाहर निकल रही है l
  2. खांसी आना अर्थात शरीर छाती या गले में जमे हुए कफ को बाहर निकल रही है l
  3. खुजलाहट अर्थात शरीर के उस भाग में अधिक रक्त की जरूरत है l
  4. बुखार अर्थात शरीर में ज्यादा खराबी है और अंदर शरीर में खून के श्वेत- कण जंतुओं का प्रतिकार कर रहे हैंl
  5. शरीर के किसी भाग में दर्द है अर्थात उस भाग में कार्बन डाइऑक्साइड, पानी तथा अन्य विषाक्त पदार्थ या वायु भर गई है l
  6. गर्मी में सिर दर्द सर्दी होने का कारण लीवर की मंद कार्य गति है जिसके कारण पित्त कम बनता है l
  7. हर समय थकान जैसा लगना घबराहट जैसे लक्षण हो तो शरीर में खून की कमी हो सकती है l

शरीर में स्थित पानी का वाष्पीकरण कम होने से कफ बनता है

सतीश राय ने कहा हमारे शरीर और रक्त में स्थित पानी हमारी पाचन शक्ति पर निर्भर होता है जब पाचन शक्ति कमजोर होती है तब पेट की भीतरी गर्मी घटती है इसलिये शरीर स्थित पानी का वाष्पीकरण कम होता है तब शरीर में जल तत्व की वृद्धि होने पर आंतरिक उष्णता कम होती है जिसके कारण फेफड़े, छाती, गले मे कफ - सर्दी इकट्ठी हो जाती है जब यह पानी सर की नसों में जाता है तब सर दर्द होता है जब यह क्रिया लगातार रहती है तो टांसिल -ब्रोंकाइटिस होता है और बुखार आता है ऐसे में ठंडा पेय पदार्थ गरिष्ठ भोजन दही मट्ठा नींबू खट्टी चीज लेने पर, एसी में रहने पर या शरीर को खुली हवा में रखने पर बीमारी बढ़ती है जो लंबे समय तक चलती है l

नेचुरल शक्तिवर्धक पेय पिए

सतीश राय ने कहा इससे बचाव में हमें अपने प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिये नेचुरल तरीके से बने सोना चांदी तांबा लोहा से बने शक्तिवर्धक पेय को अपनाना होगा l

15 ग्राम सोना, 30 ग्राम चांदी, 60 ग्राम तांबा, 60 ग्राम लोहा को स्टेनलेस स्टील के बर्तन में चार गिलास शुद्ध पानी में डाल दें (आरो का पानी न हो) धीमी आंच पर उबाले जब ढाई गिलास पानी बचे तो उसमें से धातुओं को निकाल ले, सुबह खाली पेट घुट- घुट कर एक गिलास गुनगुना पानी पिएं l बाकी बचे पानी को दिन भर में कभी भी थोड़ा-थोड़ा करके पीये l

जिन लोगों को जोड़ों का दर्द, अर्थराइटिस, लकवा, टी वी, कैंसर, मानसिक रोगी, हाई ब्लड प्रेशर, पोलियो, हार्ट के मरीज को फायदा होता है इसे स्वस्थ व्यक्ति भी पी सकते हैं इससे उनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में अप्रत्याशित वृद्धि होगी इस पेय पदार्थ को जितने दिन भी ले रहे हैं उतने दिन नींबू दही मट्ठा एवं खट्टे पदार्थों का सेवन न करें l जब भी मौसम में परिवर्तन हो या वर्ष में दो बार 15 - 15 दिन के लिए इसका सेवन अत्यंत फायदेमंद है l

धातुओं से कौन से रोगों में होता है लाभ

सोना :- फेफड़े हृदय श्वसन क्रिया तथा मस्तिष्क को शक्ति प्रदान करता है l

चांदी :-पाचन क्रिया तथा मूत्राशय से जुड़े सभी प्रकार के रोगों में लाभ देता है

तांबा :- उक्त रक्तचाप अर्थराइटिस पोलियो मानसिक तनाव कुष्ठ रोग में लाभ होता है l

लोहा :-  खून में आयरन की कमी को दूर करता है एनीमिया या गर्भावस्था में लाभप्रद है l


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