Himachal By Election 2024: जो राजनीति में लाए, आज उन्हीं से मुकाबला; लाहौल-स्पीति सीट पर आमने-सामने आए गुरु-शिष्या
Himachal By Election 2024 हिमाचल की छह विधानसभा सीटों पर एक जून को चुनाव होने हैं। ऐसे में लाहौल स्पीति का चुनाव दिलचस्प मोड़ पर है। इस सीट से भाजपा ने रवि ठाकुर पर दांव खेला है और कांग्रेस ने अनुराधा राणा पर दांव चला है। खास बात यह है कि राजनीति में अनुराधा को लाने वाले रवि ठाकुर ही थे।
हंसराज सैनी, मंडी। Himachal By Election 2024: कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी घोषित करने से लाहौल स्पीति विधानसभा उपचुनाव की तस्वीर काफी हद तक साफ हो गई है।
यदि भाजपा के विद्रोही डॉ. रामलाल मार्कंडेय निर्दलीय मैदान में नहीं उतरे तो यहां गुरु रवि ठाकुर व शिष्या अनुराधा राणा के बीच रोचक मुकाबला होगा। कौन किस पर भारी पड़ेगा, यह चार जून को चुनाव परिणाम के बाद पता चलेगा।
उपायुक्त कार्यालय में अनुबंध पर डाटा ऑपरेटर के पद पर थीं कार्यरत
करीब ढाई वर्ष पहले रवि ठाकुर अनुराधा राणा को राजनीति में लाए थे। वह उपायुक्त कार्यालय में अनुबंध आधार पर डाटा आपरेटर के पद पर कार्यरत थीं। नौकरी से त्यागपत्र दिलाकर रवि ठाकुर ने उनसे सिस्सू वार्ड से जिला परिषद का चुनाव लड़वाया था। भाजपा के दो कार्यकर्ताओं ने यहां चुनाव लड़ा था।
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भाजपा की अंतर्कलह में बाजी अनुराधा राणा के हाथ में लगी थी। उन्हें जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी दिलाने में रवि ठाकुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। 2022 के विस चुनाव में अनुराधा राणा ने रवि ठाकुर का साथ देकर उनकी जीत सुनिश्चित की थी। दोनों पहले कांग्रेस में थे।
राज्यसभा चुनाव के बाद रवि भाजपा में गए
दोनों पहले कांग्रेस में थे। मार्च में हुए राज्यसभा चुनाव में रवि ठाकुर ने भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया था। बजट को लेकर जारी व्हिप का उल्लंघन करने पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया था। इसके बाद रवि ठाकुर भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने उन्हें लाहौल स्पीति में विधानसभा उपचुनाव के लिए टिकट दिया है।
कांग्रेस ने 52 वर्ष बाद महिला को मैदान में उतारा
कांग्रेस ने 52 वर्ष बाद लाहौल स्पीति में महिला को चुनाव में उतारा है। 1972 में रवि ठाकुर की माता लता ठाकुर कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ने वाली पहली महिला प्रत्याशी थीं।
कांग्रेस ने प्रदेश की महिलाओं को हर माह 1500 रुपये देने की घोषणा की थी, जिसकी शुरुआत लाहौल स्पीति से हुई है।
दुविधा में डॉ. मार्कंडेय, जनता पर छोड़ा भविष्य
अनुराधा राणा को कांग्रेस टिकट मिलने से भाजपा के विद्रोही डा. रामलाल मार्कंडेय दुविधा में पड़ गए हैं। वह कांग्रेस टिकट मिलने की पूरी उम्मीद लगाए बैठे थे। पर्यवेक्षक एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी, मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़, जिला कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट व प्रस्ताव मार्कंडेय की राह में रोड़ा बन गया।
रवि से लाहौल के अपमान का बदला लूंगी: अनुराधा
कांग्रेस हाईकमान ने लंबी जद्दोजहद के बाद लाहौल स्पीति से विधानसभा उपचुनाव के लिए जिला परिषद अध्यक्ष अनुराधा राणा को मैदान में उतारा है। टिकट मिलने के बाद अनुराधा राणा कुल्लू पहुंचीं। यहां कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। अनुराधा ने मुख्य संसदीय सचिव से भी मुलाकात की।
साथ ही कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा उपचुनाव पर चर्चा की। अनुराधा ने कहा कि पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने राज्यसभा चुनाव में लाहौल स्पीति का अपमान किया है, जिसका बदला लूंगी और घाटी के लोगों के आशीर्वाद से चुनाव जीतूंगी।
उन्होंने कहा कि लाहौल से करीब 20 लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया था। अब सभी एकजुट हैं। उन्होंने टिकट देने के लिए हाईकमान का आभार जताया।
अब गुरु व शिष्या प्रतिद्वंद्वी बनकर एक-दूसरे के आमने-सामने
गुरु व शिष्या अब प्रतिद्वंद्वी बनकर एक-दूसरे के आमने-सामने खड़े हो गए हैं। लाहौल स्पीति में करीब 25,474 मतदाता हैं। इसमें 67 प्रतिशत लाहौल व 33 प्रतिशत स्पीति घाटी में हैं। लाहौल में जो अधिक मत लेगा उसकी जीत होगी।
निर्दलीय चुनाव लडूंगा या नहीं, यह लाहौल स्पीति की जनता पर छोड़ दिया है। जनता जो निर्णय लेगी वह मान्य होगा।
-डॉ. रामलाल मार्कंडेय, पूर्व मंत्री।
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