नेपाल में कैदियों का हृदय परिवर्तन करेगी गीता, स्कूलों में बच्चों को किताब बांटने का अभियान जेलों तक पहुंचा
नेपाल में निश्शुल्क गीता का वितरण पहले से चल रहा है। इसके लिए प्रचार-प्रसार केंद्र बनाया गया है। नेपाल के हर घर में गीता पहुंचाने का लक्ष्य लेकर अभियान चलाया जा रहा है ताकि बच्चों में जीवन के शुरुआती दौर में ही धार्मिकता का संस्कार भरा जा सके। इससे उनका जीवन उन्नत होगा। साथ ही कैदियों को गीता पढ़ाकर भक्ति ज्ञान कर्म की त्रिवेणी में स्नान कराया जा रहा है।
गजाधर द्विवेदी, जागरण,गोरखपुर : नेपाल में स्कूली बच्चों के माध्यम से घर-घर गीता पहुंचाने का अभियान अब जेलों तक पहुंच चुका है। अब तक 700 कैदियों को गीता बांटी जा चुकी है। उन्हें गीता प्रदान कर नियमित पाठ करने की सलाह दी जा रही है। स्कूलों में बच्चों को गीता पहले से ही बांटी जा रही है। अब तक 12 हजार से अधिक गीता का वितरण किया जा चुका है। गीताप्रेस के काठमांडू केंद्र ने कैदियों का हृदय परिवर्तन करने के उद्देश्य से यह अभियान अब जेलों में चलाना शुरू कर दिया है।
हर घर में गीता पहुंचाने का रखा है लक्ष्य
नेपाल में निश्शुल्क गीता का वितरण पहले से चल रहा है। इसके लिए प्रचार-प्रसार केंद्र बनाया गया है। नेपाल के हर घर में गीता पहुंचाने का लक्ष्य लेकर अभियान चलाया जा रहा है ताकि बच्चों में जीवन के शुरुआती दौर में ही धार्मिकता का संस्कार भरा जा सके। इससे उनका जीवन उन्नत होगा। साथ ही कैदियों को गीता पढ़ाकर भक्ति, ज्ञान, कर्म की त्रिवेणी में स्नान कराया जा रहा है ताकि वे अपराध के दलदल से निकलकर मनुष्य जाति व विश्व कल्याण के लिए अपना योगदान दे सकें।
गीताप्रेस के काठमांडू केंद्र के व्यवस्थापक जयकिशन सारडा ने बताया कि गीता हर व्यक्ति की जरूरत है। यह ऐसी पुस्तक है जो सकारात्मक विचारों से मनुष्य को भर देती है। अवसाद व बुरे विचारों को खत्म करती है। स्कूली बच्चों के माध्यम से हर घर तक गीता पहुंचाने का लक्ष्य लेकर हम लोग चल रहे हैं। इसी क्रम में सोचा गया कि इसकी सबसे ज्यादा जरूरत कैदियों को है, इसलिए जेलों में भी गीता बांटने का अभियान शुरू कर दिया गया है।