2020 में भी सबसे खतरनाक टूरिस्ट डेस्टिनेशन की सूची में पाकिस्तान, कई अन्य देश भी शामिल
पाकिस्तान दुनिया के सबसे खतरनाक टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल है। वह पहले भी इस तरह की अन्य सूची में शामिल रहा है।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। आतंकियों की पनाहगाह बना पाकिस्तान दुनिया के सबसे खतरनाक टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल है। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि एक स्टडी में सामने आया है। यह शोध इंटरनेशनल एसओएस कंपनी ने किया है जो कि रिस्क एडवाइस्ड कंपनी है। यह कंपनी हर वर्ष दुनिया के उन मुल्कों का जायजा लेती है जहां पर सैलानियों के खतरा अधिक होता है। वहां पर सुरक्षा के अलावा मेडिकल और रोड सेफ्टी पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। इस कंपनी ने जो ताजा सूची जारी की है उसमें 13 देशों का नाम शामिल है। यह सभी देश 2020 में भी सबसे खतरनाक टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल हैं। आगे बढ़ने से पहले आपको यहां पर ये भी बता दें कि कुछ माह पहले ही अमेरिका के अमेरिका के पूर्व रक्षा सचिव जेम्स मेटिस ने भी पाकिस्तान को दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताया है।
आपको यहां पर ये भी बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान इस तरह की किसी सूची में शामिल किया गया है। वर्ष 2016 में रिचेस्ट डॉटकॉम ने जो सूची जारी की थी उसमें भी पाकिस्तान को खतरनाक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बताया था। इसी वर्ष वीरिस्क मैपलक्राफ्ट एजेंसी ने अपराधिक सूचकांक के आधार पर खतरनाक देशों की सूची जारी की थी जिसमें पाकिस्तान को भी शामिल किया गया था। इस एजेंसी ने सूची बनाने से पहले दुनिया के 198 देशों के बारे में अलग-अलग क्षेत्रों का आंकलन किया था।
बहरहाल, फिलहाल जो सूची जारी हुई है उसमें जो 13 देश शामिल किए गए हैं उसमें ज्यादातर अफ्रीकी देश हैं। इस सूची में सात अफ्रीका के पांच, मध्य एशिया के पांच, पूर्वी एशिया के दो और यूरोप का एक देश शामिल है। इस सूची में सबसे ऊपर जिस देश का नाम है वो माली है। इसके बाद लिबिया, फिर नाइजीरिया, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिकन, दक्षिण सूडान, सोमालिया, यमन, सीरिया, अफगानिस्तान, यूक्रेन, इराक, इजरायल और अंत में पाकिस्तान का नाम शामिल है। आपको इस सूची के अब मायने समझा देते हैं।
दरअसल, इस सूची को जिस आधार पर बनाया गया है उसमें आतंकवाद के अलावा वहां पर होते अपराध और कानून व्यवस्था को ध्यान में रखा गया है। यहां पर सैलानियों की सुरक्षा को लेकर बेहद कम व्यवस्था है। इसके अलावा स्वस्थ्य सेवाएं भी बेहद कम है। इतना ही नहीं यहां की सरकार का अपनी जनता पर कोई नियंत्रण नहीं है।इसकी वजह से यहां पर आए दिन हिंसा की घटनाएं सामने आती हैं।
इतना ही नहीं यहां पर आने वाली प्राकृतिक आपदाएं और इसके बाद होने वाले सुरक्षा के उपाय भी नाकाफी हैं। स्वस्थ्य सेवाओं के लिहाज से देखें तो यहां पर मेडिकल फेसिलिटी बेहद खराब है, साथ ही सड़कों की खराब हालत की वजह से हर वर्ष लाखों लोगों की जान चली जाती है। जिस सूची की बात यहां पर हो रही है उसमें केवल 13 देश ही शामिल नहीं हैं, बल्कि कई अन्य देश भी शामिल हैं। इसमें वेनेजुएला, वियतनाम, फ्रेंच गुयाना, सियरा लियोन, उत्तर कोरिया भी शामिल है। आपको बता दें कि इसी वर्ष सबसे सुरक्षित शहरों//देशों की एक सूची भी जारी हुई थी जिसमें टोक्यो, सिंगापुर और ओसाका का नाम शीर्ष तीन में शामिल था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।