चुनाव के बाद दोबारा राष्ट्रपति चुने गए ट्रंप तो अमेरिका के लिए होगा बेहद बुरा- बोल्टन
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा है कि यदि आने वाले चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप जीत गए तो कोई नहीं जानता है कि वे क्या कर बैठेंगे।
वाशिंगटन (न्यूयॉर्क टाइम्स)। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा है कि यदि आने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को दोबारा इस पद पर चुन लिया गया तो यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक होगा। रविवार को एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि उनके दोबारा राष्ट्रपति बनने से देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को खतरा बढ़ जाएगा। इस इंटरव्यू में वे केवल यहां पर ही नहीं रुके बल्कि वह ट्रंप को स्वार्थी व्यक्ति तक कहने से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप एक ऐसे नेता हैं जो केवल अपनी ही चिंता करते हैं। अपनी जरूरत के हिसाब से फैसले लेते और बदलते हैं। वो देश के संविधान की भी समझ नहीं रखते हैं और उसका अपने हिसाब से इस्तेमाल करते हैं। बोल्टन ने ये भी कहा कि रूस के मुताबिक अपनी धुन छेड़ते वाले ट्रंप किसी भी सूरत से देश के राष्ट्रपति होने के योग्य नहीं हैं।
बोल्टन ने कहा कि वो ये बात एक कंजरवेटिव रिपब्ल्किन की हैसियत से कह रहे हैं। यदि एक बार चुनाव खत्म हो गए और उनमें ट्रंप दोबारा जीत गए तो ठीक नहीं होगा। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक उन्होंने रविवार को एबीसी चैनल को अपना पहला इंटरव्यू दिया था। इस दौरान वे ट्रंप के खिलाफ काफी उग्र रूप में दिखाई दिए। ये इंटरव्यू उनकी उस किताब के मद्देनजर था जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर बिताए गए 17 माह के दौरान घटी कई बातों का उल्लेख किया है। ट्रंप प्रशासन इस किताब को लेकर काफी डरा हुआ है। इसको लेकर ट्रंप को एक झटका कोर्ट की तरफ से भी लगा है क्योंकि कोर्ट ने किताब के प्रकाशन पर रोक लगाने से साफ इनकार कर दिया है। ट्रंप का कहना है कि इस किताब में उन्होंने राष्ट्रीय मुद्दों से जुड़ी जिन बातों का उल्लेख किया है वो नहीं करना चाहिए था। ट्रंप के मुताबिक उन्होंने ऐसा करके कानून का उल्लघन किया है।
वहीं बोल्टन इस बात को नजरअंदाज करते हुए पहले से काफी ज्यादा बोल्ड हो गए हैं। अमेरिका की राजनीति में उथलपुथल मचाने वाले बोल्टन ने एबीसी को दिए अपने इंटरव्यू में ये भी कहा कि यदि ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति के लिए चुन लिए गए तो कोई नहीं कह सकता है कि वे क्या कर बैठेंगे। उनकी कोई स्थिर या दार्शनिक जैसी सोच नहीं है। बोल्टन की किताब The Room Where It Happened प्रकाशन से पहले ही राजनीतिक गलियारों में सुर्खियां बटोरती दिखाई दे रही है। कोर्ट से मात खाने के बाद ट्रंप ने बोल्टन को विश्वासघाती तक कहा है। इस किताब को सामने आने में अभी कुछ समय लगने वाला है, लेकिन ट्रंप भी इसके लिए खुद को तैयार करते दिखाई दे रहे हैं।
आपको बता दें कि जॉन बोल्टन ने डोनाल्ड ट्रंप के अलावा जॉर्ज डब्ल्यू बुश और रोनाल्ड रीगन के राष्ट्रपति शासन के दौरान भी अपनी सेवाएं दी हैं। इस विवादित किताब में उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को लेकर जो कुछ कहा है उससे ट्रंप की छवि को काफी धक्का लगने की आशंका जाहिर की जा रही है। इसमें उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ लगे महाभियोग के आरोपों की जांच होनी चाहिए। ऐसा केवल यूक्रेन स्कीम को लेकर ही नहीं होना चाहिए बल्कि चुनाव में जीतने के लिए विदेश के नेताओं, सरकारों और तानाशाहों से मदद लेने पर भी जांंच होनी चाहिए।
इस इंटरव्यू में बोल्टन ने व्हाइट हाउस द्वारा राष्ट्रपति ट्रंप पर लगे महाभियोग के आरोपों को नकारे जाने पर इसे नॉनसेंस करार दिया। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अपने प्रतिद्वंदी के खिलाफ मामला शुरू करने और उसकी जांच बढ़ाने के लिए यूक्रेन की सरकार पर दबाव बनाया था। उनके मुताबिक उन्होंने अपने प्रतिद्वंदियों को मात देने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए। महाभियोग के मुकदमे से बरी होने के बावजूद ट्रंप को सीनेट के सामने शर्मिंदा होना पड़ा। लेकिन इससे भी उन्होंने कोई सबक नहीं सीखा। बोल्टन ने यहां तक कहा कि वे नंवबर में होने वाले चुनाव से खुद को अलग कर इन सबसे बच सकते हैं।
उनके मुताबिक हाउस डेमोक्रेट्स ट्रंप के खिलाफ दोबारा महाभियोग का प्रस्ताव लाने से परहेज कर रहे हैं। वहीं जूडिशरी कमेटी के चेयरमेन ने यहां तक कहा है कि रिपब्लिकन सीनेटर खुद ही भ्रष्ट हैं। सीएनएन पर आने वाले एक प्रोग्राम स्टेट ऑफ द यूनियन में चेयरमेन जेरॉल्ड नडलर ने कहा कि रिपब्लिकन सीनेटर उनके खिलाफ सुबूत को लेकर रूचि नहीं नहीं दिखा रहे हैं। इसका अर्थ यही है कि वे खुद भ्रष्ट हैं। बोल्टन की किताब अमेरिका के राजनीतिक गलियारों में चल रही गहमागहमी के बीच ट्रंप के ट्रेड एडवाइजर ने यहां तक कहा कि बोल्टन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किताब के जरिए मुनाफा कमाने की सोचने वाले बोल्टन के लिए जेल जाने का भी खतरा बढ़ गया है। उनके शरीर पर मौजूद बेशकीमती सूट को अब कैदियों को दी जाने वाली नारंगी रंग की ड्रेस में बदल देना चाहिए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।