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    पैडक की गर्लफ्रेंड से मिलेगी लास वेगास हमले की वजह!

    By Pratibha Kumari Edited By:
    Updated: Thu, 05 Oct 2017 09:30 AM (IST)

    सुरक्षा एजेंसियों की जांच में अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि स्टीफन पैडक ने अमेरिकी इतिहास की सबसे भीषण गोलीबारी को क्यों अंजाम दिया।

    पैडक की गर्लफ्रेंड से मिलेगी लास वेगास हमले की वजह!

    लास वेगास, रायटर्स।  लास वेगास में हुए सनसनीखेज हमले के 48 घंटे बाद भी अमेरिकी पुलिस और खुफिया एजेंसियां घटना के कारण तक नहीं पहुंच पाई हैं। अब हमले का कारण जानने के लिए पुलिस हमलावर स्टीफन पैडक की गर्लफ्रेंड रही मैरीलो डेनली से पूछताछ करेगी। मैरीलो इस समय फिलीपींस में है। अमेरिकी एजेंसियों ने उससे संपर्क स्थापित कर लिया है और वह उसे अमेरिका लाने की कोशिश में जुट गई हैं।

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    स्टीफन ने रविवार रात होटल की 32 वीं मंजिल से फायरिंग करके करीब 60 लोगों को मार दिया था। घटना में 500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

    सुरक्षा एजेंसियों की जांच में अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि स्टीफन ने अमेरिकी इतिहास की सबसे भीषण गोलीबारी को क्यों अंजाम दिया। आतंकी संगठन आइएस ने इसकी जिम्मेदारी ली लेकिन पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद ही इसे उसके दावे को खारिज कर दिया। हमले के बाद स्टीफन ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।

    स्टीफन की पृष्ठभूमि खंगालने, उसके परिजनों और परिचितों से पूछताछ में घटना का कारण सामने नहीं आ सका है। आर्थिक रूप से संपन्न स्टीफन ने लंबी तैयारी के बाद हमले को क्यों अंजाम दिया, यह किसी को समझ नहीं आ रहा। ऐसे में कुछ साल पहले स्टीफन के साथ रही उसकी गर्लफ्रेंड मैरीलो डैनली पर पुलिस की उम्मीद टिकी है। जांच में पता चला है कि स्टीफन मैरीलो के संपर्क में अभी भी था।

    जांच का संचालन कर रहे क्लार्क काउंटी के शेरिफ जोसेफ लोंबार्डो के अनुसार ताजा जानकारी में मैरीलो के फिलीपींस में होने का पता चला है। उसे पूछताछ के लिए जांच एजेंसी एफबीआइ अमेरिका लाने की कोशिश में जुट गई है। डैनली ऑस्ट्रेलियाई नागरिक है लेकिन उसका जन्म फिलीपींस में हुआ था। वह नवादा के मेसक्विट शहर में स्टीफन के साथ रही थी।

    जांच में पुलिस को पता चला है कि स्टीफन ने कुछ दिन पहले फिलीपींस के एक बैंक अकाउंट में एक लाख डॉलर की रकम ट्रांसफर की थी। पुलिस उस अकाउंट के बारे में पता लगा रही है। उसका कहीं डैनली से संपर्क तो नहीं है। सोशल मीडिया अकाउंट में डैनली ने अपने पेशा कैसीनो कर्मी होना बताया है। पता चला है कि हमले से पहले स्टीफन ने उसे अमेरिका छोड़कर जाने के लिए कहा था। लोंबार्डो के अनुसार पुलिस को हमले में अन्य किसी की संदिग्ध भूमिका नहीं मिली है।

    कमरे के भीतर और बाहर लगा रखे थे कैमरे

    पुलिस को जांच में पता चला है कि स्टीफन ने होटल के अपने सूट से करीब 11 मिनट तक गोलियां बरसाईं। उसने कमरे के भीतर और बाहर कैमरे लगा रखे थे। बाहर लगे कैमरों से वह पुलिस की गतिविधियां जानना चाहता था, जो उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए आनी थी। संभवत: पुलिस कार्रवाई शुरू होने से पहले ही स्टीफन ने 11 मिनट तक फायरिंग के बाद खुद को गोली मार ली। ऐसे भी सुबूत मिले हैं कि म्यूजिक कंसर्ट पर हमले से पहले स्टीफन ने एक अन्य स्थान पर उसके लिए रिहर्सल (पूर्वाभ्यास) किया था।

    स्टीफन के ठिकानों से 47 हथियार मिले

    पुलिस को स्टीफन पैडक के तीन ठिकानों से कुल 47 हथियार मिले हैं। इनमें कई उच्च क्षमता वाली राइफलें हैं। ये हथियार स्टीफन के होटल रूम, उसके मेसक्विट स्थित आवास और रेनो स्थित उसके एक अन्य ठिकाने पर मिले। 32 वीं मंजिल पर स्थित स्टीफन के होटल रूम से पुलिस को कुल 12 राइफलें और बंदूकें मिलीं। इनमें से कुछ में सेमी ऑटोमैटिक राइफलों की क्षमता बढ़ाने के लिए उनमें बंप स्टॉक डिवाइस भी लगी मिली। इस डिवाइस की सहायता से एक बार ट्रिगर दबाकर कई सौ राउंड वाली पूरी मैगजीन खाली की जा सकती है। अमेरिका में इस डिवाइस की बिक्री प्रतिबंधित है।

    फोटो सार्वजनिक होने की जांच

    पुलिस अब मीडिया में आई उन फोटो की भी जांच कर रही है जिनमें हमले के समय के होटल के कमरे के भीतर के दृश्य हैं। पुलिस के अनुसार ये सभी फोटो सही हैं, जांच की जा रही है कि ये मीडिया के पास कैसे पहुंचे। साथ ही घटनास्थल की फुटेज भी सार्वजनिक होने की जांच की जा रही है। हमले के समय कंसर्ट में करीब 22,000 लोग मौजूद थे और फायरिंग होने के बाद घटनास्थल पर भगदड़ मच गई थी। पुलिस को स्टीफन की एक कार अमोनियम नाइट्रेट की आपूर्ति में इस्तेमाल होती हुई भी मिली है। कृषि उर्वरक के रूप में इस्तेमाल होने वाला यह रसायन एक तरह का विस्फोटक होता है।

    पीडि़तों की मदद करने में खुद हुए शिकार

    रविवार रात हुए हमले में दर्जन भर वे राहतकर्मी में गोलियां का शिकार बने जो कंसर्ट का आनंद लेने के लिए आए थे। फायरिंग होने पर वे पीडि़तों की मदद करने लगे और उसके चलते वे भी गोलियों के शिकार हो गए। ऐसे कई घायल राहतकर्मियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इंटरनेशनल फायरफाइटर्स एसोसिएशन के रे राहन ने कहा है कि ये लोग सही मायनों में बहादुर लोग हैं।

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