उत्तरकाशी में मौसम का कहर, जान-माल का भारी नुकसान
उत्तरकाशी के डुंडा ब्लाक के भंडारस्यूं पट्टी में बीती शाम हुई अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। पूरे क्षेत्र मौसम का कहर देखने को मिल रहा है। कई स्थानों पर जान माल की हानि हुई है।
उत्तरकाशी। डुंडा ब्लाक के भंडारस्यूं पट्टी में बीती शाम हुई अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। पूरे क्षेत्र मौसम का कहर देखने को मिल रहा है। कई स्थानों पर जान माल की हानि हुई है।
जुणगा गांव की 17 साल की सुनैना का शव खाले में मलबे में दबा मिला, जबकि मोरगी व सुरिधारगढ़ के एक पुरुष व दो महिलाएं अभी भी लापता बताई जा रही हैं। इसके अलावा कई मवेशियों के बहने की भी सूचना है।
डुंडा ब्लाक के भंडारस्यूं पट्टी के जुणगा, बदाल्दा छेजूला, मोरगी, सुरीधारगढ़ में अतिवृष्टि होने से भारी नुकसान हुआ। हरेला गदेरे में भारी उफान आने के कारण जुणगा गांव के पूर्व प्रधान शरद सिंह की 17 पुत्री सुनैना, बकरियों को चुगाने के लिए जंगल में गए सुरीधारगढ़ निवासी मुन्सीलाल पुत्र मलयारी लाल, सरतिमा देवी पत्नी प्रेम सिंह तथा मोरगी गांव निवासी गोदाम्बरी पत्नी सोहन लाल बह गए।
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बीती रात 10 बजे के करीब गांव के निकट नाले में सुनैना का शव मिला। जबकि मुन्सी लाल, सरतिमा देवी व गोदाम्बरी का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। वहीं छेजूला गांव के दर्शन लाल, सुमन लाल की 30 बकरियां बही। छेजूला के बीरबल सिंह का मकान क्षतिग्रस्त हुआ।
बदाल्दा में कमलेश की 10 बकरियां, नागचंद का एक घोड़ा, जुणगा के रविन्द्र भंडारी, अनिल भंडारी की भैंस व बकरियां बही है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल ने बताया कि भंडास्यू क्षेत्र में अभी तीन लोग लापता हैं। जिनकी तलाश चल रही है।
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