Move to Jagran APP

चालक की इस हरकत से गई मां-बेटे समेत पांच की जान, पढ़ें

नशे में धुत चालक ने बस का स्टेयरिंग संभाला और बस खाई में जा गिरी। हादसा पौड़ी जिले के धुमाकोट के पास हुआ। इसमें मां-बेटे समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 38 घायल हो गए। बस में चालक-परिचालक समेत 45 लोग सवार थे। चालक-परिचालक फरार हैं।

By sunil negiEdited By: Published: Sat, 16 Apr 2016 01:44 PM (IST)Updated: Sun, 17 Apr 2016 10:39 AM (IST)

कोटद्वार (पौड़ी)। नशे में धुत चालक ने बस का स्टेयरिंग संभाला और बस खाई में जा गिरी। हादसा पौड़ी जिले के धुमाकोट के पास हुआ। इसमें मां-बेटे समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 38 घायल हो गए। बस में चालक-परिचालक समेत 45 लोग सवार थे। चालक-परिचालक फरार बताए जा रहे हैं। बस के नीचे फंसे दो शवों को निकालने के लिए रामनगर से गैस कटर मंगाया गया। गंभीर रूप से जख्मी आठ यात्रियों को हेलीकॉप्टर से देहरादून के पास जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों के अनुसार घायलों की हालत खतरे से बाहर है। देर शाम राज्यपाल केके पाल ने घायलों से मिल हालचाल जाना। उन्होंने मृतक आश्रितों को एक-एक लाख और गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की।
बस के स्वामी देवेंद्र सिंह ने बताया कि शनिवार सुबह उनकी बस (संख्या यूके12/3965) रामनगर से रिखणीखाल जाना था, लेकिन चालक ओमप्रकाश ध्यानी नशे में धुत मिला। ओमप्रकाश रामनगर के पास पिरूमदारा का रहने वाला है। देवेंद्र के अनुसार बस में सवार एक यात्री ने बताया वह भी चालक है। इस पर यात्री ने चालक का दायित्व संभाला और ओमप्रकाश बस में बैठ गया। देवेंद्र ने बताया कि दोपहर बाद करीब एक बजे बस धुमाकोट पहुंची। यहां पर यात्री खाना खाने लगे। इस बीच ओमप्रकाश ने बस चला रहे यात्री से कहा कि अब उसका नशा उतर गया है। वह बस चला लेगा।
रामनगर अस्पताल में भर्ती और यहीं के रहने वाले घायल भगवत सिंह ने बताया कि अचानक ओमप्रकाश ने बस स्टार्ट की और आगे बढ़ा दी। जबकि अभी कुछ लोग होटल में खाना ही खा रहे थे। ये लोग बस के पीछे दौड़े। भगवत के अनुसार बस बामुश्किल दो सौ मीटर दूर गई होगी कि खाई में जा गिरी। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि बस के परखच्चे उड़ गए। घटना स्थल पर चीख पुकार मच गई।
हादसे में ग्राम पटोटिया (नैनीडांडा) निवासी गोदांबरी देवी (43 वर्ष) पत्नी काशीराम की मौके पर ही मौत गई, जबकि उनके पुत्र सुमंत (21 वर्ष) ने नैनीडांडा स्वास्थ्य केंद्र में दम तोड़ दिया। इसके अलावा ग्राम अदोड़ा (नैनीडांडा) निवासी सावित्री देवी (55 वर्ष) पत्नी मनवर ङ्क्षसह की भी रामनगर ले जाते हुए एंबुलेंस में ही मौत हो गई। इसके अलावा दो शव बस के नीचे दबे थे। इनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। तत्काल आसपास के लोग और पुलिस राहत कार्य में जुट गए। शीशे तोड़कर घायलों को निकाला गया। बस का सीधा करने के लिए चेन पुली भी मंगाई गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। पौड़ी की एएसपी सरिता डोभाल ने बताया कि रामनगर से गैस कटर मंगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अभी बचाव कार्य पर फोकस किया जा रहा है, इसके बाद दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
इधर राज्यसभा सांसद तरूण विजय ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और राज्यपाल केके पॉल से घायलों के लिए हेलीकाप्टर की व्यवस्था का अनुरोध किया। इस पर घायलों को दो हेलीकाप्टर की मदद से जौलीग्रांट लाया गया। सांसद बीसी खंडड़ी और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
पढ़ें:-मसूरी में बस का हुआ ब्रेकफेल, चालक ने पहाड़ी से टकराई बस, एक दर्जन यात्री घायल

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.