अगले सात साल में बदल जाएगी हर उत्तराखंडी की तकदीरः सीएम
सुदूरवर्ती क्षेत्र डौन परेवा में आयोजित शहीद दीवान सिंह बिष्ट के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में रविवार को मुख्यमंत्री ने शामिल होकर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
रामनगर। सुदूरवर्ती क्षेत्र डौन परेवा में आयोजित शहीद दीवान सिंह बिष्ट के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में रविवार को मुख्यमंत्री ने शामिल होकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पहाड़ों के हस्तशिल्प को सरकार नई पहचान देगी। विकास कार्यों के चलते चार साल में उत्तराखंड की तस्वीर और अगले सात साल में हर उत्तराखंडी की तकदीर बदल जाएगी।
उन्होंने कहा कि पहाड़ का युवा अपने अंदर छिपे हुनर को बाहर लाएगा तो उसे रोजगार के संसाधन मुहैया होंगे। परंपरागत खेती की तरक्की और शिक्षा से ही विकास के नए रास्ते खुलेंगे। उदाहरण देकर समझाया कि कल तक जिस मडुवे व झंगोरे को लोग जानते तक नहीं थे आज उसके अच्छे दाम मिल रहे हैं।
पहाड़ का किसान कुछ भी बोए उसे अच्छा बाजार दिलाने की जिम्मेदारी सरकार की है। विकास कार्यों के चलते चार साल में उत्तराखंड की तस्वीर और अगले सात साल में हर उत्तराखंडी की तकदीर बदल जाएगी। कार्यक्रम का संचालन गोपालदत्त तिवारी, नवीन तिवारी ने किया। विधायक सरिता आर्या की मौजूदगी में हरिकिशन बिनवाल ने अध्यक्षता की।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि परंपरागत खेती से आत्मनिर्भर बनने के लिए पुराने पोखरों (खाल) में पानी जमा करने की दिशा में सभी प्रयास करें। शहीद दीवान सिंह बिष्ट को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि शहीद दीवान सिंह बिष्ट के स्मारक को भव्य बनाया जाएगा।
कार्यक्रम में उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया। इस दौरान डीएम दीपक रावत, एसएसपी सैंथिल अबुदई, दर्जा मंत्री प्रयाग भट्ट, पुष्कर दुर्गापाल, ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी, भारती बिष्ट, सतीश नैनवाल, पालिकाध्यक्ष मो. अकरम, सरिता भट्ट मौजूद रहे।
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