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    कमिश्नर ने देखा गंगा का सच

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    Updated: Fri, 19 Jun 2015 05:38 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर पतित पावनी गंगा का हाल जानने हरिद्वा

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार:

    नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर पतित पावनी गंगा का हाल जानने हरिद्वार पहुंचे लोकल कमिश्नर हरकी पैड़ी क्षेत्र में पॉलीथिन, गंदगी के ढ़ेर व अवैध रूप से लगी दुकानों को देखकर भड़क गए। उनके तीखे तेवर देख अधिकारी भी सकते में आ गए। कमिश्नर सवाल पर सवाल दागते रहे, लेकिन अफसरों के पास ठोस जवाब नहीं थे।

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    शुक्रवार को हरिद्वार पहुंचे लोकल कमिश्नर शारिक जैदी मुख्य नगर अधिकारी विप्रा त्रिवेदी के साथ हरकी पैड़ी क्षेत्र पहुंचे। सीसीआर के समीप हरकी पैड़ी प्रवेश करने के लिए बनी सीढ़ी के पास खोखे, फड़-रेहड़ी में सामान बिकने, पुल की सीढ़ी पर खीरा व माला, चप्पल बिकने, भिखारियों के बैठने पर उन्होंने नाराजगी जताई।

    गंगा सभा को खरी-खरी, निगम संभाले जिम्मा

    इस दौरान मालवीय घाट पर जगह-जगह बिखरी गंदगी व पालीथिन बिकने व जमीन पर पड़ी होने पर लोकल कमिश्नर भड़क गए। एमएनए ने उन्हें बताया कि मालवीय घाट व ब्रहमकुंड में साफ-सफाई की जिम्मेदारी गंगासभा के पास है। डेढ़ सौ कर्मचारी यहां काम करते हैं। कर्मचारी न दिखने पर एलसी ने कहा कि मालवीय घाट व ब्रहमकुंड की सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम के पास होनी चाहिये। इस बारे में एनजीटी को रिपोर्ट दी जाएगी। इसी बीच पहुंचे गंगासभा के प्रतिनिधि रमन पंचभैय्या ने एलसी को बताया कि दोपहर में भोजन के चलते कर्मचारी वहां नहीं है। एलसी ने जवाब दिया कि गंगा सभा जिम्मेदारी से न बचे। यहां साफ-सफाई में लापरवाही नहीं बरती जा सकती है।

    होटल-ढाबे करें सील

    इसके बाद वह संजय पुल पर पहुंचे। यहां उन्होंने पाया कि पुल के नीचे गंगा किनारे अवैध रूप से दुकानें बनी हैं जहां प्रसाद, माला,चूड़ी, ¨सदूर आदि बिक रहा है। होटल व ढ़ाबों ने अतिक्रमण किया हुआ है। होटलों द्वारा नाली में सोलिड वेस्ट फेंका जा रहा है, जिस कारण नालियां चोक हैं। उन्होंने होटल संचालकों से लाइसेंस मांगे जिसे वह नहीं दिखा सके। कमिश्नर ने एमएनए से बिना लाइसेंस के चल रहे होटल, ढ़ाबा, आदि प्रतिष्ठानों को सील करने के आदेश दिये। एमएनए ने कहा कि कार्रवाई की जाती है तो विरोध हो जाता है। एलसी ने एनजीटी के आदेश का हवाला देते हुए सील की कार्रवाई को आदेश दिये। इसी दौरान होटल संचालिका ने कमिश्नर से कहा कि नगर निगम समेत अन्य विभागों की लापरवाही के कारण दुकानें लग रही है।

    ..तो शनिवार से हटेंगी दुकानें

    कमिश्नर ने कहा कि गंगा किनारे ही पुरोहितों के तख्त गद्दी बनी है, जो कि गलत है। कमिश्नर ने बताया कि अगर स्थानीय अधिकारी तत्काल आदेशों पर अमल नहीं करते तो शनिवार को वे खुद अपनी मौजूदगी अवैध दुकानें हटवाएंगे।

    गैरमौजूदगी पर नाराजगी

    कमिश्नर ने पुलिस, खाद्य सुरक्षा विभाग, गंगा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, गंगा प्रदूषण इकाई के अधिकारियों के मौके पर न आने पर नाराजगी जताई।

    अधिकारियों से विमर्श

    इससे पूर्व होटल अलकनंदा में जिलाधिकारी हरीशचंद सेमवाल, एसडीएम बीर ¨सह बुदियाल, एमएनए विप्रा त्रिवेदी, गंगा प्रदूषण इकाई के ईई आरके जैन के साथ बैठक कर विभिन्न विषयों पर चर्चा कर जानकारी जुटाई।