उत्तराखंड में मौसम की करवट, बदरीनाथ व हेमकुंड में बर्फबारी
मौसम विभाग के अनुसार सूबे में आमतौर पर बादल छाये रहेंगे और कुछ स्थानों में हल्की वर्षा की संभावना है। साढ़े तीन हजार मीटर व इससे अधिक ऊंचाई पर बर्फ गिर सकती है।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में उछाल भरते पारे के बीच मौसम ने करवट बदली है। आसमान में उमड़े बादलों ने बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की चोटियों को बर्फ की सफेद चादर ओढ़ा दी, जबकि पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी का क्रम जारी है। चमोली जिले में कुछेक स्थानों पर बूंदाबांदी हुई, जबकि राज्य के शेष हिस्सों में बादलों की मौजूदगी बनी रही।
उधर, मौसम विभाग के अनुसार सूबे में आमतौर पर बादल छाये रहेंगे और कुछ स्थानों में हल्की वर्षा की संभावना है। साढ़े तीन हजार मीटर व इससे अधिक ऊंचाई पर बर्फ गिर सकती है। सूबे में पिछले कुछ दिनों से पारा उछाल भरने लगा था। पहाड़ से लेकर मैदान तक अधिकतम पारा सामान्य से पांच से आठ डिग्री अधिक चल रहा था। इस बीच मौसम ने करवट बदली और बादलों की आवक शुरू हो गई।
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दिनभर कहीं आंशिक तो कहीं घने बादलों का डेरा रहा। हालांकि, चमोली जिले में बदरीनाथ धाम व हेमकुंड की चोटियों पर बर्फबारी के साथ ही जोशीमठ और पांडुकेश्वर में बूंदाबादी हुई। वहीं, पिथौरागढ़ जिले में उच्च हिमालयी क्षेत्र की पंचाचूली, हंसालिंग, राजरंभा, नंदाकोट सहित मल्ला जोहार, दारमा और व्यास घाटी की चोटियों पर सुबह से हिमपात का क्रम बना है।
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उधर, मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर सोमवार को भी बना रहेगा। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा मिलने की संभावना है। 21 फरवरी को भी यह क्रम बना रह सकता है।
केदारनाथ में बढ़ा तापमान
सूबे के अन्य क्षेत्रों की भांति केदारनाथ धाम में भी पारा उछाल भरने लगा है। पिछले दो दिन से वहां दोपहर को अधिकतम पारा आठ डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। वातावरण में आई गर्माहट से वहां जमी बर्फ पिघल रही है। केदारनाथ में जनवरी में पांच फुट तक बर्फ जमा हो गई थी, जो अब पिघलकर डेढ़ फुट पर आ गई है। हालांकि, इससे केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी आई है।
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