उत्तराखंड: ऐन मौके पर टला बागियों का भाजपा प्रवेश
गुजरी 18 मार्च को उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र में विनियोग विधेयक पारित किए जाने के दौरान हरीश रावत सरकार से बगावत करने वाले नौ कांग्रेस विधायकों का भाजपा प्रवेश सोमवार को अंतिम समय में टल गया।
देहरादून। गुजरी 18 मार्च को राज्य विधानसभा के बजट सत्र में विनियोग विधेयक पारित किए जाने के दौरान हरीश रावत सरकार से बगावत करने वाले नौ कांग्रेस विधायकों का भाजपा प्रवेश सोमवार को अंतिम समय में टल गया। अब 18 मई को भाजपा आलाकमान की उत्तराखंड भाजपा के कोर ग्रुप से बैठक के बाद ये बागी नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।
उत्तराखंड में लगभग 55 दिनों तक सियासी उठापटक का केंद्र बने कांग्रेस के नौ बागी विधायक दलबदल कानून के तहत विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सदस्यता के अयोग्य घोषित किए जा चुके हैं। नैनीताल हाईकोर्ट से भी इन्हें राहत नहीं मिली तो ये सुप्रीम कोर्ट की शरण में गए।
सुप्रीम कोर्ट ने इन नौ बागी विधायकों को 10 मई को उत्तराखंड विधानसभा में हुए फ्लोर टेस्ट में भाग लेने की अनुमति नहीं दी और मामले में अगली सुनवाई के लिए 12 जुलाई की तारीख लगाई है। इस बीच इन नौ बागी नेताओं को लेकर तमाम कयास लगते रहे। दो दिन पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद यह तय हो गया कि जल्द ये सभी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर लेंगे।
इस बीच भाजपा आलाकमान ने 18 मई को उत्तराखंड भाजपा के कोर ग्रुप की बैठक नई दिल्ली में बुलाई तो माना गया कि स्थानीय नेताओं से चर्चा के उपरांत ही कांग्रेस के बागियों का भाजपा प्रवेश होगा। सोमवार को अचानक इन नौ बागी कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने की जानकारी सामने आई।
स्वयं बागियों का नेतृत्व कर रहे पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने पुष्टि की कि नौ बागी कांग्रेस विधायक सोमवार शाम चार बजे नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी में विधिवत शामिल हो जाएंगे। सब कुछ तय हो जाने के बावजूद ऐन मौके पर कांग्रेस के बागी नेताओं के भाजपा प्रवेश का कार्यक्रम टाल दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि बागी कांग्रेस नेता चाहते हैं कि उत्तराखंड भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता इस कार्यक्रम में मौजूद रहें, लिहाजा कार्यक्रम को दो दिन के लिए टाल दिया गया। अब 18 मई को भाजपा आलाकमान की उत्तराखंड कोर ग्रुप के साथ बैठक के बाद शाम छह बजे भाजपा मुख्यालय में बागी भाजपा में शामिल होंगे। हालांकि चर्चा यह भी है कि कुछ बागी विधायक आगामी विधानसभा चुनाव में स्वयं के अलावा अपने समर्थकों के लिए भी टिकट का भरोसा चाहते हैं और इसी वजह से सोमवार का कार्यक्रम टला।
ये हैं बागी
- विजय बहुगुणा
- डॉ. हरक सिंह रावत
- डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल
- कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन
- प्रदीप बत्रा
- शैलारानी रावत
- सुबोध उनियाल
- उमेश शर्मा काऊ
- अमृता रावत
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