माउंट विंसन फतह को आज रवाना होंगी ताशी-नुंग्शी
जागरण संवाददाता, देहरादून: सेवन सबमिट अभियान के तहत ंिवश्व की छह सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा लहरा चु
जागरण संवाददाता, देहरादून: सेवन सबमिट अभियान के तहत ंिवश्व की छह सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा लहरा चुकी दून की जुड़वा बहनें ताशी और नुंग्शी आखिरी पड़ाव अंटार्कटिका स्थित माउंट विंसन फतह करने के लिए आज रवाना होंगी। इस चोटी को फतह करने के बाद ताशी-नुंग्शी ऐसा करने वाली दुनिया की पहली जुड़वा बहनें होंगी।
ताशी-नुंग्शी को आज सुबह मुख्यमंत्री हरीश रावत बीजापुर गेस्ट हाउस से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पर्वतारोही जुड़वा बहनों के पिता रिटायर्ड कर्नल वीएस मलिक ने बताया कि वे 30 नवंबर को दिल्ली से चिली के लिए रवाना होंगी। माउंट विंसन अभियान की मुख्य शुरुआत सात दिसंबर से होगी, इसे खत्म करने का लक्ष्य 18 दिसंबर है। हालांकि, रास्ते में होने वाली परेशानियों के कारण तय अवधि में कुछ देरी भी संभव है। उन्होंने बताया कि अंटार्कटिका से दक्षिणी ध्रुव की दूरी करीब 1250 किलोमीटर है।
बकौल ताशी-नुंग्शी अंटार्कटिका स्थित माउंट विंसन की चढ़ाई अब तक की सबसे कठिन चढ़ाई होगी। यह विश्व के सबसे ठंडे स्थानों में से एक है और इस वक्त यहां का तापमान -16 डिग्री सेल्सियस के करीब होता है। तापमान माइनस में होने के कारण यहां ऑक्सीजन की कमी होगी, जिसके चलते चढ़ाई में खासी कठिनाई सामने आएगी। यदि सब तय कार्यक्रम के अनुसार हुआ तो अभियान पूरा कर ताशी-नुंग्शी के आठ जनवरी तक घर लौटने की संभावना है।
गौरतलब है कि ताशी-नुंग्शी एवरेस्ट फतह करने वाली दुनिया की पहली जुड़वा बहनें होने का गौरव प्राप्त कर चुकी हैं। इसके लिए इनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकार्ड में भी दर्ज है। इस अभियान के पूरा करने के बाद इनके नाम विश्व की सात सबसे ऊंची चोटी फतह करने का अनोखा रेकॉर्ड दर्ज हो जाएगा।
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