कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह बोले, विश्वास बहाली पर विशेष जोर
उत्तराखंड के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि वह पार्टी के प्रति जनता और कार्यकर्ताओं का विश्वास बहाल करने में पूरी ताकत झोंकेंगे।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से ही लगातार चौथी बार विधायक के रूप में सिक्का जमाने वाले प्रीतम सिंह को कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश संगठन की बागडोर थमा तो दी, लेकिन उनके सामने बड़ी टूट के खौफनाक मंजर से गुजर चुकी पार्टी को दोबारा मजबूती से खड़ा करने की चुनौती है।
पार्टी ने सौम्य स्वभाव और सियासी सूझबूझ के प्रीतम को संगठन की बागडोर सौंपकर नए और पुराने नेताओं को भी साथ लेकर चलने का नया दांव चल दिया। बकौल प्रीतम सिंह, वह पार्टी के प्रति जनता और कार्यकर्ताओं का विश्वास बहाल करने में पूरी ताकत झोंकेंगे।
प्रदेश में अलग-अलग क्षत्रपों की ताकत के बूते सियासी दम-खम दिखाती रही कांग्रेस में अब खोई ताकत को पाने की बेचैनी साफ नजर आ रही है। प्रीतम सिंह को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपकर पार्टी ने क्षेत्रीय और जातीय संतुलन साधने के समीकरणों पर भरोसा जताया ही, साथ में नए बदलाव के संकेत भी साफ कर दिए हैं।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष को लेकर भी राज्य स्तर पर उभरने वाले कई समीकरणों को दरकिनार कर पार्टी हाईकमान ने सबसे अनुभवी व वरिष्ठ नेत्री इंदिरा हृदयेश को नेता विधायक दल की कमान सौंपी।
अब प्रदेश अध्यक्ष पद पर प्रीतम सिंह की ताजपोशी कर क्षेत्रीय और जातीय संतुलन साधने की कोशिश की गई है। इस संतुलन के रूप में पार्टी ने प्रदेश में संगठन को नए सिरे से मजबूती देने के इरादे भी जाहिर कर दिए हैं।
खुद प्रीतम सिंह ने नई जिम्मेदारी मिलने के साथ ही यह साफ कर दिया कि वह सभी के सहयोग से कांग्रेस को मजबूत करने की मुहिम में जुटेंगे। लक्ष्य केवल एक है कि राज्य में पार्टी पूरी ताकत से एकजुट हो। इसके लिए उन्हें पार्टी छोड़कर जाने वालों को भी साथ लेकर चलने से गुरेज नहीं होगा।
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