उत्तराखंड में 5500 शिक्षा प्रेरकों को मिलेगा बढ़ा मानदेय
प्रदेश में कार्यरत करीब 5500 शिक्षा प्रेरकों की मुराद आखिरकार पूरी हो गई। लंबी मशक्कत के बाद वित्त ने इन्हें 1000 रुपये अतिरिक्त मानदेय देने पर मुहर लगा दी।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश में कार्यरत करीब 5500 शिक्षा प्रेरकों की मुराद आखिरकार पूरी हो गई। लंबी मशक्कत के बाद वित्त ने इन्हें 1000 रुपये अतिरिक्त मानदेय देने पर मुहर लगा दी। इसके बाद इन प्रेरकों को अब प्रतिमाह 3000 रुपये मानदेय मिल सकेगा। इस संबंध में अपर सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी ने आदेश जारी कर दिए।
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के तहत साक्षर भारत कार्यक्रम को लागू करने के लिए शिक्षा प्रेरकों की तैनाती की गई है। इन प्रेरकों को दो हजार रुपये मासिक मानदेय मिल रहा है। राज्य सरकार ने प्रेरकों के मानदेय में एक हजार रुपये बढ़ाने को मंजूरी दी थी।
बीते वर्ष नवंबर माह में राज्य मंत्रिमंडल ने प्रेरकों का मानदेय बढ़ाने पर मुहर लगाई थी, लेकिन बाद में वित्त ने इसमें पेच फंसा दिया। इसके चलते मंत्रिमंडल के फैसले पर अमल नहीं हो सका। राज्य सरकार ने अनुपूरक बजट में शिक्षा प्रेरकों के बढ़े मानदेय के लिए धनराशि का प्रावधान किया।
कड़ी मशक्कत के बाद शासन ने शिक्षा प्रेरकों के बढ़े मानदेय के भुगतान के लिए धनराशि जारी कर दी। शासन ने तीन करोड़ नौ लाख 30 हजार की धनराशि प्रारंभिक शिक्षा निदेशक को जारी की है। शासन के इस फैसले तकरीबन चार माह से बढ़ा मानदेय मिलने का इंतजार कर रहे शिक्षा प्रेरकों को राहत मिल गई है।
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