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    रामलीला: कहीं लंका दहन, कहीं राम का राजतिलक

    By sunil negiEdited By:
    Updated: Mon, 10 Oct 2016 02:00 AM (IST)

    देहरादून में इन दिनों रामलीला मंचन की धूम है। रामलीला मंचन में कहीं लंका दहन किया गया तो कहीं सुग्रीव अपनी पीड़ा प्रभु राम को बताते हुए दिखे।

    देहरादून, [जेएनएन]: पर्वतीय रामलीला कमेटी की ओर से धर्मपुर स्थित मित्तल पब्लिक स्कूल में आयोजित रामलीला महोत्सव में हुए मंचन में सुग्रीव अपनी पीड़ा प्रभु राम को बताते हैं। इस पर राम बाली का वध कर देते हैं। फिर, हनुमान अशोक वाटिका जाकर सीता से मिलते हैं। जब वह वाटिका में फलों को तोड़ते हैं तो रावण के सैनिक उन्हें रोकते हैं। इस पर हनुमान पूरी वाटिका को उजाड़ देते हैं। मेघनाद शक्ति में बांधकर रावण के दरबार में ले जाता है। यहां रावण उनकी पूंछ में आग लगवा देता है और उसी आग से हनुमान लंका को जलाकर राख कर देते हैं।

    श्री आदर्श रामलीला की ओर से रामलीला मैदान (पंचायती धर्मशाला, बिरगिरवाली राजपुर) में चल रही रामलीला में सूपर्णखा लक्ष्मण के समक्ष शादी का प्रस्ताव रखती है। गुस्से में आकर लक्ष्मण उसकी नाक काट देते हैं। इसके बाद खर-दूषण वध, सीता हरण, जटायू मरण, रावण-मारीच संवाद, सीता हरण और जटायु उद्धार तक की लीला का मंचन हुआ।
    रामलीला बाजार में चल रही रामलीला में भरत को जब पता चलता है कि राम वनवास चले गए हैं तो वह ननिहाल से लौट आते हैं। मां कैकई से नाराजगी व्यक्त कर बड़े भाई राम को लेने वन पहुंचते हैं। लेकिन, राम अयोध्या लौटने से इंकार कर देते हैं। आखिरकार भरत वन से राम की चरण पादुका लेकर वापस लौट जाते हैं। इसी के साथ रामलीला विराम लेती है।

    श्री आदर्श रामलीला कमेटी की ओर से श्री गुरुनानक इंटर कॉलेज चुक्खूवाला में आयोजित रामलीला में कुंभकरण की मृत्यु के बाद रावण स्वयं युद्ध के मैदान में आता है। प्रभु राम का तीर नाभि में लगते ही रावण ढेर हो जाता है। इसके बाद चुक्खूवाला क्षेत्र में प्रभु राम और लक्ष्मण की शोभायात्रा भी निकाली गई। अयोध्या में भगवान राम के राजतिलक के बाद रामलीला महोत्सव का समापन हुआ।

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    रावण दहन किया
    टॉपर्स इंटरनेशनल स्कूल में रामलीला मंचन के साथ रावण दहन किया गया। मुख्य अतिथि उत्तराखंड महिला एसोसिएशन की संस्थापक अध्यक्ष साधना शर्मा ने कहा कि रावण दहन हमें सीख देता है कि अवगुणों का दहन कर सत्कर्मों के मार्ग पर चलें। आज आतंकवाद भी रावण का रूप ले चुका है। हमें इसे जड़ से खत्म करना होगा। प्रधानाचार्य प्रतिष्ठा आहुजा ने भी विचार रखे।

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    धूमधाम से मनाया दशहरा
    ओलंपस हाई स्कूल में दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया। प्री-प्राइमरी सेक्शन के नन्हे मुन्ने छात्र रामायण के पात्रों की वेशभूषा में नजर आए, साथ ही छात्रों ने दूर्गा पूजा नृत्य की प्रस्तुति भी दी। स्कूल के प्रबंध निदेशक कुनाल शमशेर मल्ला ने कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इस मौके पर प्रधानाचार्य अनुराधा मल्ला, उप प्रधानाचार्य मोनिका अरोड़ा, मनप्रीत सिंह, सीमा डोरा, शैलेजा हजारिका आदि मौजूद रहे।

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