गंगा को निर्मल बनाएंगे आइआइटी के 400 छात्र
रुड़की स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के छात्र भी अविरल और निर्मल गंगा अभियान में शिरकत करेंगे। ये छात्र गंगा घाटों की सफाई के साथ ही गंगाजल के नमूने लेकर परीक्षण भी करेंगे।
रुड़की, [रीना डंडरियाल]: अविरल और निर्मल गंगा अभियान में रुड़की स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के छात्र भी शिरकत करेंगे। इसके लिए राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) से जुड़े चार सौ छात्रों का चयन किया गया है। ये छात्र गंगा घाटों की सफाई के साथ ही गंगाजल के नमूने लेकर परीक्षण भी करेंगे। इसके अलावा तटीय क्षेत्रों में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
आइआइटी रुडकी में एनएसएस की कार्यक्रम समन्वयक डॉ. स्मिता झा ने बताया कि अभियान की शुरुआत 24 मार्च को रुड़की की गंगनहर से की जाएगी। अभियान रुड़की, हरिद्वार और ऋषिकेश में चलाया जाएगा। डॉ. झा के मुताबिक एनएसएस तीन साल तक इस प्रोजेक्ट पर कार्य करेगी।
प्रोजेक्ट के लिए छात्रों की अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी। ये टीमें गंगा घाटों के आसपास ऐसे स्थल भी चिह्नित करेंगी, जहां बायो-टायलेट बनाया जा सके। इसके अलावा नदी के पानी के नमूने लेकर परीक्षण किया जाएगा कि प्रदूषण की मात्रा कहां पर कितनी है।
इसमें संस्थान के विभिन्न विभागों के प्रोफेसर और शोध छात्रों की मदद ली जाएगी। बाद में इससे तैयार अध्ययन रिपोर्ट को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।
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