Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पिथौरागढ़ में बादल फटा, चार मकान व पुल बहे; चेतावनी निशान से उपर गंगा

    By BhanuEdited By:
    Updated: Thu, 10 Aug 2017 09:04 PM (IST)

    पिथौरागढ़ के तहसील बंगापानी के कनार नामक स्थान पर बुधवार की रात करीब पौने दस बजे बादल फट गया। इस घटना में चार रिहायशी मकान और एक पुल बह गया। ...और पढ़ें

    Hero Image
    पिथौरागढ़ में बादल फटा, चार मकान व पुल बहे; चेतावनी निशान से उपर गंगा

    देहरादून, [जेएनएन]: पिथौरागढ़ के तहसील बंगापानी के कनार नामक स्थान पर बुधवार की रात करीब पौने दस बजे बादल फट गया। इस घटना में चार रिहायशी मकान और एक पुल बह गया। दर्जनों मवेशी बह गए या पानी के साथ आए मलबे में जिंदा दफन हो गए। दहशत में आए ग्रामीणों ने सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर भाग कर जान बचाई। अभी किसी जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन ग्रामीणों के अलग-अलग स्थानों पर ठौर तलाशने से असमंजस की स्थिति है।  वहीं, गंगा चेतावनी निशान से उपर बह रही है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वहीं बदरीनाथ के पास लामबगड़ में हाईवे एक बार फिर बंद हो गया तो पिथौरागढ़ में टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी करीब डेढ़ घंटे यातायात ठप रहा। इसके अलावा प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी 100 से ज्यादा संपर्क मार्ग नहीं खोले जा सके हैं। 

    दूसरी ओर बारिश के चलते जोशीमठ गोविंद घाट के बीच पिनोला में नाला उफान पर आने से हाईवे 15 मीटर बह गया। इससे अब बदरीनाथ के साथ हेमकुंड यात्रा भी प्रभावित हो गई है।

    कुमाऊं के पिथौरागढ़ में देर रात तकरीबन पौने दस बजे के आसपास बादल फटने से 40 से अधिक परिवार खतरे में आ गए हैं। गोसी नदी लगातार बढ़ रही है। सरस्वती शिशु मंदिर की दीवार ढह गई। मुख्य भवन खतरे में आ गया है। नदी किनारे स्थित एक मकान के पास बंधी 30 बकरिया भी बह गई हैं। नई बस्ती के 30 परिवार खतरे में आ गए हैं। 

    प्रशासन ने प्रभावित इलाके में मदद के लिए मुनस्यारी व धारचूला से राहत टीमें मौके पर रवाना किया है। यह क्षेत्र जिला मुख्यालय से करीब 80 किमी दूर है। जहां का संचार संपर्क भी भंग हो गया है। इससे भी वहां के वास्तविक हालात की जानकारी नहीं हो रही है। 

    प्रभारी डीएम आशीष चौहान ने बताया कि नुकसान की जानकारी नहीं मिल पा रही है। मुनस्यारी और धारचूला से राहत टीमें भेज दी गई हैं। पीड़ित ग्रामीणों की पूरी मदद की जाएगी। 

    इसके अलावा बुधवार को पिथौरागढ़ के धारचूला में चलते वाहन पर पहाड़ से बोल्डर आ गिरा। इससे दो यात्री घायल हो गए। भारी बारिश की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने जिले में 20 अगस्त तक नदी तटों पर आवागमन में सावधानी रखने के लिए अलर्ट जारी किया है। 

    दूसरी ओर मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए प्रदेश में चेतावनी जारी की है। इसके अनुसार प्रदेश में छह जिलों में भारी वर्षा की संभावना है। देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, चमोली, नैनीताल और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं 65 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है। विभाग की सलाह है कि पहाड़ में यात्रा के दौरान विशेष एहतियात बरता जाए।

    चेवावनी निशान से उपर बह रही गंगा 

    हरिद्वार में गंगा का जल स्तर चेतावनी निशान 293 मीटर के पार पहुंच गया। सुबह नौ बजे जलस्तर 293.05 मीटर पर जा पहुंचा। वहीं शहर के तमाम चौक चौराहे और गलियों में जलभराव से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बिजली न होने से पेयजल का भी संकट लोग झेल रहे हैं।

    पत्थरों की चपेट में आकर खाई में गिरा 

    पिथौरागढ़ के मुनस्यारी के सिरतोला गांव के चेरथी नामक स्थान पर एक चरवाहा श्याम सिंह (38) पत्थर की चपेट में आकर 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। चरवाहे का अभी तक पता नई चल पाया  है।

    PICS: पिथौरागढ़ में बादल फटा, हरिद्वार हुआ पानी-पानी

    यह भी पढ़ें: भूस्खलन के भय से चलचला के लोगों ने खाली किया गांव

    यह भी पढ़ें: बदरीनाथ हाईवे खुला, आवाजाही शुरू; यात्रियों को राहत