बोले हरीश रावत, हमने पुरानी सरकारों के फैसले नहीं पलटे
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा सरकार की ओर से कांग्रेस सरकार के समय लिए गए फैसले पलटने पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पुरानी सरकारों के फैसले नहीं पलटे।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा सरकार की ओर से कांग्रेस सरकार के समय लिए गए फैसले पलटने पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पुरानी सरकारों के फैसले नहीं पलटे। इस मामले मे वे थोड़ा स्लो रहे।
उन्होंने कहा कि जनता को ऐसा नहीं लगना चाहिए कि एक सरकार आई और उसने सारे फैसले पलट दिए। स्टेट हाईवे को जिला मार्ग के रूप में डिनोटिफाई करने पर उन्होंने कहा कि इससे केंद्रीय ग्रांट का नुकसान होगा। कोशिश यह होनी चाहिए कि अधिक से अधिक स्टेट हाईवे को नेशनल हाइवे बनाया जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अचानक ही कैबिनेट बैठक से पहले सचिवालय पहुंचे और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। इसके बाद मीडिया कर्मियों से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया।
बदरी केदार समिति को भंग करने के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसे कदम उठाने से पहले संबंधित लोगों को बुला लेना चाहिए। ऐसा नहीं लगाना चाहिए की एक सरकार आई और उसने सारे फैसले पलट दिए।
बहरहाल, यह मामला सरकार और कोर्ट के बीच है। शराबबंदी पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि जो कहा गया है वह भाजपा के घोषणा पत्र के आधार पर कहा गया है। मामला चाहे खनन का हो या शराब का, भाजपा ने जो गढ्डे खोदे हैं, अब उन्हीं को भरना मुश्किल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो वातावरण बनाया उसका नुकसान राज्य को हो रहा है। दुकान की नीलामी एक आम प्रक्रिया है। जब आप ऐसे मामलों में राजनीति करते हैं तो आप को तैयार रहना चाहिए कि अब आप पर भी इस मामले पर राजनीति हो सकती है।
स्टेट हाईवे डिनोटिफकेशन पर उन्होंने कहा ज्यादा से ज्यादा स्टेट हाईवे को नेशनल हाईवे में बदलना चाहिए ताकि जो पैसा बचे उसे ग्रामीण सड़कों पर खर्च किया जा सके।
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