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राहुल खुद तय करेंगे अपनी भूमिका: दिग्विजय

-किसी कांग्रेसी नेता को राहुल, सोनिया या प्रियंका की भूमिका को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं -सां

By Edited By: Published: Sun, 16 Nov 2014 01:00 AM (IST)Updated: Sun, 16 Nov 2014 01:00 AM (IST)

-किसी कांग्रेसी नेता को राहुल, सोनिया या प्रियंका की भूमिका को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं

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-सांसद एक गांव गोद लेगा तो शेष गांवों का क्या होगा

-केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत पर किया पलटवार

राज्य ब्यूरो, देहरादून

केंद्र की सत्ता गंवाने के बाद कांग्रेस के भीतर अपनों के निशाने पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का एक बार फिर राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने बचाव किया, साथ में वरिष्ठ नेताओं के रवैये पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि राहुल हों या सोनिया गांधी या प्रियंका, उन्हें पार्टी में उनकी भूमिका उन्हें खुद तय करनी देनी चाहिए। अन्य कोई ज्यादा दखल न ही दे यही उचित है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के एक गांव को गोद लेने को अच्छा कदम बताने के साथ ही उन्होंने कहा कि वह खुद किसी एक गांव को गोद लेने के पक्ष में नहीं हैं। एक सांसद किसी गांव विशेष को गोद लेगा तो शेष गांव खुद-ब-खुद उपेक्षित होंगे।

मुख्यमंत्री के शिविर कार्यालय में शुक्रवार रात्रि पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज भारद्वाज के राहुल गांधी के नेतृत्व पर की गई टिप्पणी पर खासे तल्ख दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि राहुल के नेतृत्व को लेकर शंका नहीं होनी चाहिए। इस बारे में किसी अन्य को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अपने संसदीय क्षेत्र में एक गांव गोद लेने को राष्ट्रीय महासचिव ने अच्छा कदम बताया, लेकिन इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर उठा कदम मानने से इन्कार कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रत्येक सांसद को एक गांव गोद लेने को प्रेरित किए जाने की आलोचना करते हुए दिग्गी राजा ने कहा कि एक संसदीय क्षेत्र में कई गांव होते हैं। किसी एक गांव को गोद लेने से शेष गांवों का क्या होगा।

आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथ लेने से कांग्रेस महासचिव ने गुरेज नहीं किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आप ने ही कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया। श्रीश्री रविशंकर, बाबा रामदेव समेत कई साधु-संतों और केजरीवाल का नाम लेते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त सभी ने कांग्रेस के खिलाफ संगठित होकर अभियान छेड़ा। दून में केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत की महात्मा गांधी को लेकर कांग्रेस पर की गई टिप्पणी के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि गहलोत को पहले यह बताना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतौर मंत्री उन्हें क्या अधिकार दिए हैं। इसके बाद ही उन्हें कांग्रेस पर टिप्पणी करनी चाहिए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की ओर से पार्टी के केंद्रीय नेता दिग्विजय सिंह के दून आगमन पर उन्हें शुक्रवार रात्रि गढ़ी कैंट स्थित शिविर कार्यालय में भोज का आयोजन किया गया। यह दीगर बात है कि खुद इस भोज में मुख्यमंत्री हरीश रावत मौजूद नहीं रहे। वह पिथौरागढ़ में जौलजीवी से हेलीकाप्टर से लौट नहीं सके। उनकी गैर मौजूदगी में काबीना मंत्रियों प्रीतम सिंह, दिनेश अग्रवाल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, राज्यसभा की नवनिर्वाचित सांसद मनोरमा शर्मा, विधायक उमेश शर्मा, राजकुमार समेत वहां मौजूद कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया। भोज में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा खेमे से कम सदस्य ही दिखाई दिए।


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