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    उत्तराखंड कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के गठन में चुनौती

    By BhanuEdited By:
    Updated: Tue, 04 Jul 2017 08:39 PM (IST)

    प्रदेश कांग्रेस को नया मुखिया मिलने के बावजूद नई प्रदेश कार्यकारिणी के गठन लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा। माना जा रहा है कि कार्यकारिणी गठन आगामी नवंबर माह के बाद ही मुमकिन है।

    उत्तराखंड कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के गठन में चुनौती

    देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश कांग्रेस को नया मुखिया मिलने के बावजूद नई प्रदेश कार्यकारिणी के गठन लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा। पार्टी फिलहाल ब्लॉकों में नई इकाइयों के गठन की कवायद में जुटी है। ब्लॉकों और जिलों में इकाइयों के गठन के बाद ही प्रदेश में नई कार्यकारिणी के गठन का रास्ता साफ होगा। 

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    प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह इस कोशिश में जुटे हैं कि पार्टी के भीतर सभी धड़ों को साधकर नई कार्यकारिणी को आकार दिया जाए। फिलहाल सांगठनिक चुनाव में लग रहे वक्त ने प्रीतम को गुटीय संतुलन कायम करने को मोहलत दे दी है। 

    विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश में पार्टी नेतृत्व में तब्दीली तो कर दी, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष अध्यक्ष प्रीतम सिंह अपनी कार्यकारिणी का स्वरूप जल्द तय नहीं कर सकते। प्रदेश में संगठन के चुनाव की गति तेज करने को प्राधिकरण का गठन किया गया है। 

    माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी का गठन आगामी नवंबर माह के बाद ही मुमकिन है। दरअसल, आगामी अगस्त माह तक ब्लॉक इकाइयों का गठन होना है। राज्य में पार्टी के 274 सांगठनिक ब्लॉक हैं। ब्लॉक इकाइयों के गठन के लिए बूथ स्तर पर चुनाव होंगे। बूथ स्तर से एक डेलीगेट ब्लॉक के लिए भेजा जाएगा। ब्लॉक इकाई जिले के लिए छह और प्रदेश कार्यकारिणी के लिए एक डेलीगेट का चुनाव करेगी।  

    ब्लॉक इकाइयों के बाद आगामी सितंबर माह तक जिला इकाइयों का गठन की प्रक्रिया पूरी की जानी है। माना जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के निर्वाचन पर आगामी अक्टूबर माह में मुहर लगने के बाद नई प्रदेश कार्यकारिणी के गठन का रास्ता साफ होगा। 

    प्रदेश अध्यक्ष के पास अपनी नई कार्यकारिणी के गठन के लिए अभी वक्त है। प्रीतम सिंह इस वक्त का उपयोग गुटीय संतुलन साधते हुए सभी को साथ लेने की कोशिश में कर रहे हैं। फिलवक्त पार्टी संगठन में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय खेमे की मजबूत पकड़ है। 

    प्रीतम सिंह ने प्रदेश में संगठन की कमान हाथ में आने के बाद मौजूदा प्रदेश कार्यकारिणी के स्वरूप में किसी भी तरह के बदलाव से गुरेज किया है। इसके बावजूद पस्तहाल संगठन को मजबूती से खड़ा करने और क्षत्रपों को साधते हुए नई कार्यकारिणी बनाने की चुनौती प्रीतम के सामने है। 

    छह सदस्यीय चुनाव प्राधिकरण गठित

    अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश में पार्टी के संगठनात्मक चुनाव कराने के लिए छह सदस्यीय प्रदेश चुनाव प्राधिकरण का गठन किया गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बताया कि पूर्व सांसद एवं प्रदेश चुनाव अधिकारी जेपी अग्रवाल की अध्यक्षता में गठित चुनाव प्राधिकरण में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी एवं विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल सदस्य मनोनीत किए गए हैं। 

    प्रदेश चुनाव सह अधिकारी सचिन नायक एवं गगनदीप सिंह प्राधिकरण में विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। आगामी सात जुलाई को चुनाव प्राधिकरण एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने निर्वाचित जिला चुनाव अधिकारियों की बैठक होगी। बैठक में संगठनात्मक चुनावों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।

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