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    प्रभु के 'आशीर्वाद' से वंचित रही भाजपा की परिवर्तन यात्रा

    By BhanuEdited By:
    Updated: Sat, 26 Nov 2016 03:00 AM (IST)

    गैरसैंण में केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भाजपा की परिवर्तन यात्रा को भी संबोधित करना था, लेकिन ऐन वक्त पर यह कार्यक्रम न होने से भाजपाइयों को निराश होना पड़ा।

    गैरसैण, [चमोली]: पिछले कई दिनों से केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु के गैरसैण पहुंचकर कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के साथ ही विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण का जोर-शोर से प्रचार। साथ ही भाजपा की परिवर्तन यात्रा में भी उनके शिरकत करने की बात भी कही गई।

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    प्रभु ने यहां पहुंच तमाम योजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण भी किया, लेकिन भाजपा के साथ ही क्षेत्रीय जनता के हाथ मायूसी ली। भाजपा खेमे में इस बात को लेकर कि परिवर्तन यात्रा को प्रभु संबोधित नहीं कर पाए और जनता में इसे लेकर कि न कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का शिलान्यास हुआ और गैरसैंण के संबंध में कोई घोषणा ही हुई।

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    राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित शिलान्यास-लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे रेल मंत्री को इसी जगह भाजपा की परिवर्तन यात्रा में भी भाग लेना था। लेकिन, परिवर्तन यात्रा तब पहुंची, जब कार्यक्रम खत्म हो चुका था और तभी प्रभु भी हेलीपैड के लिए निकलने लगे।

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    लिहाजा, उनका संबोधन नहीं हो पाया। इससे भाजपा कार्यकर्ताओं में प्रभु का 'आशीर्वाद' न मिलने से मायूसी भी देखी गई। हालांकि, भाजपा की ओर से बाद में स्पष्ट किया गया कि प्रभु का केवल सरकारी कार्यक्रम में ही भाग लेने का कार्यक्रम तय था।

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    वहीं, स्थानीय लोगों में भी निराशा देखी गई। उन्हें उम्मीद थी कि जिस प्रकार प्रचार किया गया, उसे देखते हुए बहुप्रतीक्षित कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का शिलान्यास भी रेल मंत्री करेंगे। साथ ही केंद्र गैरसैंण की झोली में कुछ न कुछ सौगात अवश्य देंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हो पाया।

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    पूर्व जिला पंचायत सदस्य महेश जुयाल का कहना था कि जिन योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण हुआ, वह तो संबंधित जनपदों में भी हो सकता था। गैरसैण अथवा क्षेत्र के लिए भी कोई योजना होती तो बात समझ में आती है कि साथ-साथ ही सबका लोकार्पण हो जाता। लेकिन, क्षेत्र को तो कुछ भी हासिल नहीं हुआ। ऐसी ही राय अन्य कई लोगों की भी थी।
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