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जटिलताओं की रेस जीत नितेंद्र बने अंतरराष्ट्रीय धावक

By Edited By: Published: Tue, 14 May 2013 12:10 AM (IST)Updated: Tue, 14 May 2013 12:11 AM (IST)
जटिलताओं की रेस जीत नितेंद्र बने अंतरराष्ट्रीय धावक

गरुड़ (बागेश्वर) : आग में तप कर ही सोना कुंदन बनता है। यह बात कोलंबो में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले धावक नितेंद्र रावत पर सटीक बैठती है। अणां गांव के नितेंद्र रावत को पहाड़ की जटित परिस्थितियों ने ही आज अंतरराष्ट्रीय धावक बना दिया है। बचपन में पढ़ाई के लिए रोजाना 14 किमी पैदल चलने से ही नितेंद्र के लिए धावक बनने की राह खुली। बचपन की इन्हीं परेशानियों से लड़कर नितेंद्र आज एथलेटिक्स में अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाने में कामयाब हुए हैं। कोलंबो में आयोजित एथलेटिक मीट में देश के लिए ‌र्स्वण पदक जीतने की कामयाबी उनकी सफलता में चार चांद लगाने सरीखा है।

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अणां गांव के लोग उन्हें नितिन के नाम से ही जानते हैं। उनका मानना है कि माता-पिता के स्नेह ने यदि इकलौते नितिन को सुविधाभोगी बना दिया होता तो शायद आज उन्हें यह सफलता नहीं मिल पाती।

छह कुमाऊं रेजिमेंट के हवलदार नितेंद्र रावत आज सेना के स्पो‌र्ट्स कोर में शामिल हैं। उन्होंने बचपन से ही कठिन परिश्रम में सफलता की राह चुनीं। पिता हरीश रावत व माता रमा रावत अपने लाडले की इस कामयाबी पर फूले नहीं समा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नितेंद्र की प्राथमिक शिक्षा गरुड़ स्थित शिशु मंदिर में हुई, जो घर से सात किमी दूरी पर है। इस प्रकार उन्हें रोजाना 14 किमी पैदल चलना पड़ता था। इकलौता पुत्र होने के बाद भी माता-पिता ने उन्हें कठिन परिश्रम को ही जीवन की राह बनाने की सलाह दी।

पिता बताते हैं कि नितेंद्र स्कूल आने-जाने में लगने वाले समय को नोट करते थे और प्रतिदिन उसमें सुधार का प्रयास करते थे। कुछ समय बाद तो उन्होंने दौड़कर ही स्कूल जाना शुरू कर दिया। बचपन की इसी मेहनत ने उनके भीतर धावक बनने की ललक पैदा की। नितिन ने इंटर तक की शिक्षा राइंका गरुड़ से प्राप्त की। बाद में बीएससी के लिए उन्होंने अल्मोड़ा कैंपस में प्रवेश लिया। स्कूल-कालेज में होने वाली प्रतियोगिता में भी प्रतिभाग कर उन्होंने कई मेडल जीते। इसी बीच वह छह कुमाऊं रेजीमेंट में भर्ती हो गये। खेल के प्रति समर्पण को देखते हुए उन्हें स्पो‌र्ट्स कोर में शामिल किया गया। उनके परिवार ने इस उपलब्धि का श्रेय नितिन के कोच सुरेंद्र भंडारी को भी दिया है।

-उपलब्धियां-

- फैडरेशन कप में गोल्ड मेडल

-स्टेंडर्ड चार्टर्स आफ मैराथन मुंबई में प्रथम स्थान

-एयरटेल मैराथन में गोल्ड मेडल

-दिल्ली ओपन मीट में पदक

-थाईलैंड में एशियन ग्रांड प्रिक्स एथलीट की पांच हजार दौड़ में स्वर्ण

-कोलंबो में पांच हजार मीटर दौड़ में स्वर्ण

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बधाई देने वालों का लगा तांता

-घर पर हुई आतिशबाजी, बंटी मिठाईयां

गरुड़(बागेश्वर): अणां गांव के नितेंद्र रावत को कोलंबो में मिली कामयाबी पर क्षेत्र के लोगों ने खुशी जताई है। सोमवार को नितिन के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। गांव वालों ने आतिशबाजी कर मिठाईयां बांटी। नितिन की सफलता पर पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी, विधायक चंदन दास व ललित फस्र्वाण, जिपं अध्यक्ष विक्रम शाही, पालिकाध्यक्ष गीता रावल, ओलंपिक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष महेश नेगी, शिव सिंह बिष्ट, गोपाल दत्त भट्ट, देवेंद्र गोस्वामी, प्रधान गणेश नेगी, क्षेपंस आनंद बिष्ट, घनश्याम जोशी, किशन बोरा, बबलू नेगी, शिव सिंह बोरा, दीवान सिंह नेगी, डा. हेम दुबे, नंदन अल्मियां, प्रताप कबडोला आदि ने खुशी जताई है।

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