कुछ नजर में खटक रहा हूं, मुझे निपटाने की कर रहे साजिशः सीएम
राहुल के सामने मंच से हरीश रावत ने न केवल अपना भय बयां किया, बल्कि राज्य के हित में अपने प्रयास भी रेखांकित किए। साथ ही राहुल से मेरिट लेकर जनता की सहानुभूति बटोरते भी दिखे।
अल्मोड़ा, [जेएनएन]: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राहुल गांधी के मंच से यह कह कर नई बस को जन्म दे दिया कि वह कुछ लोगों की नजर में खटक रहे हैं, जो निपटाने का जाल बुन रहे। वह बहुत झेले हैं। कुछ भी झेलने को तैयार हैं। रावत की इन बातों के कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।
विधायकों की कथिक खरीद फरोख्त के स्टिंग मामले में सीबीआई जांच से बचने के लिए रावत ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रखी है। इसकी सुनवाई अब सात जनवरी को होनी है। इस बीच सीबीआई ने उन्हें फिर पूछताछ का नोटिस जारी 26 दिसंबर को तलब किया है।
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माना जा रहा है कि इस घटनाक्रम को लेकर स्वयं हरीश रावत व कांग्रेस संगठन दुविधा की स्थिति में है। कांग्रेस के रणनीतिकारों को लगता है कि इस मुद्दे पर केंद्र सरकार विधानसभा चुनाव से पूर्व उन्हें घेर सकती है।
ऐसे में राहुल के सामने मंच से रावत ने न केवल अपना भय बयां किया, बल्कि राज्य के हितों के लिए किए गए अपने प्रयास भी रेखांकित करते हुए एक तरीके से राहुल से मेरिट लेकर जनता की सहानुभूति बटोरते भी दिखे।
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राहुल के मंच से रावत के इस बोल ने कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं को भी सचेत किया। कांग्रेस के कुछ नेता चुटकी लेते हुए देखे गए कि ऐन चुनाव से पहले अगर हाईकोर्ट या सीबीआई से कोई बड़ी कार्रवाई होती है तो किसी के लिए भी बिल्ली के भाग्य से छींका टूटने जैसी कहावत चरितार्थ हो सकती है। जो भी हो इस बात ने तरह तरह की चर्चाओं का मसाला लोगों को दे दिया है।
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