Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नहीं सुधर रहे BHU के हालात, फिर हुई एक छात्रा से छेड़खानी

    By Amal ChowdhuryEdited By:
    Updated: Fri, 06 Oct 2017 09:09 AM (IST)

    घटना के बाद छात्रा ने लंका थानाध्यक्ष को तहरीर लिखी, जिसे विभागाध्यक्ष और प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने संस्तुति कर आनन-फानन थाने तक भिजवाया। ...और पढ़ें

    Hero Image
    नहीं सुधर रहे BHU के हालात, फिर हुई एक छात्रा से छेड़खानी

    वाराणसी (जागरण संवाददाता)। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में सुरक्षा इंतजामों को धता बताते हुए फिर एक छात्र से छेड़खानी हो गई, इतना ही नहीं उससे मारपीट भी की गई। इससे पहले 21 सितंबर को छात्रा से छेड़खानी व कार्रवाई को लेकर विरोध-प्रदर्शन और बवाल पूरे देश में गूंजा था। इस बार पिछली घटना से सबक लेते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस ने तनिक भी लापरवाही नहीं बरती। छेड़खानी व अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर चंद घंटे में ही आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही छात्रा ने आरोप लगाया है कि दोपहर 12.30 बजे जब वह सीढ़ी उतर रही थी तो लोक प्रशासन से स्नातकोत्तर तृतीय वर्ष की पढ़ाई करने वाले शीतला शरण गोंड ने उसे रोक लिया। बाल पकड़कर खींचा और क्लास में ले जाकर थप्पड़ मारा। इतना ही नहीं आरोपी छात्र ने छात्रा का मोबाइल फोन छीन बेंच पर फेंक दिया।

    घटना के बाद छात्रा ने लंका थानाध्यक्ष को तहरीर लिखी, जिसे विभागाध्यक्ष और प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने संस्तुति कर आनन-फानन थाने तक भिजवाया। पुलिस ने भी बिना देर किए विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी छात्र वाराणसी में रामनगर के रामपुर का निवासी है। छात्र ने बताया कि तीन साल से उसकी छात्रा के साथ दोस्ती थी। घटना के बाद संकाय से थाने तक हंगामे की स्थिति रही।

    यह भी पढ़ें: पीलीभीत में लूटपाट के बाद सामूहिक दुष्कर्म, बच्चे की हत्या

    मौके पर काफी संख्या में छात्र-छात्राएं जुट गए थे। चीफ प्रॉक्टर प्रो. रॉयना सिंह के मुताबिक छेड़छाड़ का मामला नहीं था। छात्र और आरोपी छात्र में किसी बात को लेकर कहासुनी हुई। छात्र ने छात्रा का मोबाइल छीन कर उससे मारपीट की। प्रकरण संज्ञान में आते ही रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तत्काल छात्रा का शिकायत पत्र थाने भेज दिया।

    यह भी पढ़ें: आगरा सम्मेलनः समाजवादी पार्टी पर अखिलेश राज पूरी तरह कायम