ड्रोन के परीक्षण में छतों पर दिखे ईट पत्थर
जासं, वाराणसी : अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान पांच अक्टूबर को हुए बवाल के बाद अब पुलिस सुरक्षा
जासं, वाराणसी : अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान पांच अक्टूबर को हुए बवाल के बाद अब पुलिस सुरक्षा को लेकर फूंक फूंक कर कदम रख रही है। सुरक्षा के मद्देनजर शहर को 32 सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर मजिस्ट्रेट व सीओ के हवाले किया गया है। पहली बार ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जा रहा है। दो कैमरे किराए पर लिए गए हैं। इसका पहला परीक्षण मंगलवार को गोदौलिया पर किया गया। परीक्षण में पुलिस को कई मकानों की छतों पर ईट पत्थर रखे दिखे जिसे तत्काल हटाने का निर्देश एसएसपी ने दिए हैं।
एसएसपी आकाश कुलहरि ने सुरक्षा तैयारियों को लेकर मीडिया कर्मियों को बताया कि दुर्गा पूजा, प्रतिमा विसर्जन व मोहर्रम सकुशल संपन्न कराना एक चुनौती है। इसके लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। पैरामिलेट्री फोर्स संग पीएसी की 15 कम्पनियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा दंगा नियंत्रक साजो सामान, आंसू गैस, रबर बुलेट आदि सीतापुर से मंगाए गए हैं। एसएसपी ने बताया कि पांच अक्टूबर के बवाल में पुलिस ने 150 से ज्यादा आंसू गैस के गोले दागे थे। पत्रकारों को भी पूर्व के अनुभव को देखते हुए थानों से बाडी प्रोटेक्टर व हेलमेट उपलब्ध कराए जाएंगे।
खगाले जा रहे होटल, गेस्ट हाउस
मंगलवार की शाम से शहर के होटल, लाज, गेस्ट हाउस रोडवेज, स्टेशनों पर भी जांच कराई जा रही है। आने जाने वालों की आइडी की भी चेक की जा रही है।
कलश के विसर्जन में पेच
एसएसपी ने बताया कि आठ पूजा समितियां ऐसी हैं जिन्होंने अलग अलग कारणों से प्रतिमाओं की जगह सिर्फ कलश स्थापना की है। समितियों के लोग गंगा में ही कलश विसर्जन की बात कह रहे हैं। जिसके लिए हाईकोर्ट की स्टैंडिंग कौंसिल से राय मांगी गई है। संभावना है कि बुधवार को इस पर फैसला आ जाए। इससे पहले पुलिस प्रशासन हर एक समितियों के साथ बैठक कर कलश विसर्जन मसले पर विमर्श किया जाएगा।
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